एमिटी विश्वविद्यालय में परिधान डिजाइन पर पांच दिवसीय आॅनलाइन शिक्षक विकास कार्यक्रम का आयोजन





नोयडा। उ.प्र.

शिक्षकों को परिधान डिजाइन के संर्दभ में अपडेट रखने के लिए एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी द्वारा अटल अकादमी के सहयोग से पांच दिवसीय आॅनलाइन शिक्षक विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस शिक्षक विकास कार्यक्रम का शुभारंभ यूएसए के लाॅस एंजिल्स स्थित टूकाटेक के चेयरमैन एवं संस्थापक श्री राम सरीन, नोएडा एपेरल एक्सपोर्ट क्लस्टर के अध्यक्ष एंव महाराणा आॅफ इंडिया के संस्थापक श्री ललित ठुकराल, प्रख्यात उत्सव फैशन डिजाइनर सुश्री कृष्णा मेहता, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला, एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी एवं एमिटी स्कूल आॅफ फाइन आर्ट की चेयरपरसन श्रीमती दिव्या चौहान और एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी एवं एमिटी स्कूल आॅफ फाइन आर्ट के महानिदेशक डा प्रदीप जोशी द्वारा किया गया।

यूएसए के लाॅस एजेंल्स स्थित टूकाटेक के चेयरमैन एवं संस्थापक श्री राम सरीन ने अपने जीवन अनुभव को साझा करते हुए सफलता के सूत्रों को बताया। उन्होनें छात्रों के लिए हाथों द्वारा प्रयोगिक कार्य सीखने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि छात्रों को परिधान डिजाइन में प्रयोगिक जानकारी होना आवश्यक है इससे उनकी रचनात्मकता एंव कौशलता को प्रोत्साहन प्राप्त होता है। किसी भी छात्र के विकास मंे शिक्षक की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है इसलिए शिक्षकों को इस प्रकार के विकास कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर स्वंय को अपडेट करते रहना चाहिए।


नोएडा एपेरल एक्सपोर्ट क्लस्टर के अध्यक्ष एंव महाराणा आॅफ इंडिया के संस्थापक श्री ललित ठुकराल ने इस महामारी के समय में भारतीय परिधान उद्योग को उपलब्ध अवसरो ंके बारे में बताते हुए कहा कि समस्यायंे अपने साथ निवारण एंव नये अवसर लेकर आती है। हमारे छात्र भारतीय परिधान उद्योग का भविष्य है और भारतीय परिधानों को विश्व स्तर में पंहुचाने की जिम्मेदारी भी इन पर है इसलिए नई तकनीकी, ज्ञान एवं कौशल से छात्रों को विकसित करें।


प्रख्यात उत्सव फैशन डिजाइनर सुश्री कृष्णा मेहता ने कहा कि फैशन जगत के युवा व्यवसायिकों से हम सभी को काफी अपेक्षायें है उन्होनें कहा कि शिक्षकों को वर्तमान फैशन उद्योग इन युवा व्यवसायिकों में कौन कौन से गुण चाहता है इसकों समझें और उसके अनुरूप छात्रों को तैयार करें। इस अवसर पर उन्होनें अपने अनुभवों को भी साझा किया।


एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी एवं एमिटी स्कूल आॅफ फाइन आर्ट की चेयरपरसन श्रीमती दिव्या चौहान ने अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी में हम छात्रों के संपूर्ण विकास हेतु शिक्षकों के लिए शिक्षक विकास कार्यक्रम का आयोजन करते रहते है जिसका एक मात्र उददेश्य शिक्षकों को वर्तमान में हो रहे उद्योग परिवर्तनों एवं विकास की जानकारी प्रदान करना है जिससे वे उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप छात्रों को तैयार कर सकें। उन्होनें जानकारी देते हुए यह भी बताया कि किस तरह लाॅकडाउन के दौरान एमिटी ने आॅनलाइन शिक्षण कार्यक्रम का संचालन कर छात्रों के शिक्षण को प्रभावित होने से बचा लिया और इस प्रकार के आॅनलाइन कार्यक्रमों द्वारा छात्र विकास में योगदान दिया जा रहा है।


एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों के जरीए प्राप्त आपके मार्गदर्शन हमें छात्रों के विकास में अभूतपूर्व सहायता करते है। उद्योग एंव अकादमिक के एकजुटता के बगैर आज छात्रों का विकास संभव नही है।


 इस आॅनलाइन शिक्षक विकास कार्यक्रम में देश के विभिन्न संस्थानों से हिस्सा ले रहें शिक्षकों ने अतिथियों से वैश्विक परिधान उद्योग, कोविड के उपरांत कैरियर के अवसर, उद्योगों की छात्रों से अपेक्षायें आदि विषयों पर कई प्रश्न किये। शिक्षकों ने यह भी जानना चाहा कि वर्तमान में भारतीय परिधान उद्योग किस तरह कार्य कर रहे है और भविष्य की चुनौतियों के लिए कैसे तैयार हो रहे है।


इस पांच दिवसीय आॅनलाइन शिक्षक विकास कार्यक्रम का संचालन एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी की एसोसिएट प्रोफेसर डा स्मिता बगाई द्वारा किया गया।

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