एमिटी विश्वविद्यालय में ‘‘कोविड में कैरियर तराशने की चुनौतियाँ और रणनीतियों के विषय पर विशेषज्ञों ने साझा किये विचार





नोयडा ,(हि. वार्ता )

छात्रों को कोविड के दौरान कैरियर निर्माण करने के दौरान आ रही चुनौतियों और उनसे निपटने के लिए अपनाई जा रही रणनितियों की जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल, एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा आॅनलाइन विशेष औद्योगिक वेबिनार का आयोजन किया गया। इस आॅनलाइन विशेष औद्योगिक वेबिनार में एमएसएमई चेंबर आॅफ कार्मस एंड इंडस्ट्री आॅफ इंडिया के चेयरमैन डा इंद्रजीत घोष, क्वीक हील टेक्नोलाॅजी की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुश्री रितु रैना, केपीएमजी के मानव संसाधन के सीनियर एसोसिएट निदेशक श्री साहिल नायर, फिशरवी की मानव संसाधन निदेशक सुश्री विनिता कुकरेती, एवं क्नोसिस एंटरप्राइस के मैनेजिंग डायरेक्टर डा समीर जोशी ने अपने विचार रखे। इस वेबिनार का संचालन एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह द्वारा किया गया।

एमएसएमई चेंबर आॅफ कार्मस एंड इंडस्ट्री आॅफ इंडिया के चेयरमैन डा इंद्रजीत घोष ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2020 से 2030 के मध्य एक दशक का समय चुनौतियों एवं अवसरों का साल है और छात्रों के लिए स्वर्ण समय है जब वो अपने कौशल को विकसित कर सकते है या अपने स्टार्टअप को प्रारंभ करने के संर्दभ में विचार कर सकते है। श्री घोष ने कहा कि आज भारत में कई उद्योग समूह आ रहे इसका कारण कम लेबर लागत, उपलब्ध बेहतरीन मानव संसाधन आदि है। कोविड के दौरान विश्व व्यापार को भारत एक मात्र ऐसा देश दिख रहा है जो चीन को प्रतिस्थापित कर सकता है। आज हमारी कई विदेशी उद्योगों से बातचीत हो रही है जो भारत में अपने प्लांट लगाने में उत्सुक है और आशा है कि एक बार फरवरी मार्च से विमानन सेवा सही तरीके से प्रारंभ हो जाये तो भारत आकर आगे की कार्यवाही को सुनिश्चित करना प्रारंभ कर देगें। प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत, मेड इन इंडिया आदि अभियान चलाया जा रहा है जिसका लाभ छात्रों को भी अवश्य होगा। छात्रों को अपने कौशल को विकसित करना चाहिए।


क्वीक हील टेक्नोलाॅजी की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुश्री रितु रैना ने छात्रो को संबोधित करते हुए कहा कि आपको इस कोराना काल को संशोधन समय के रूप में देखना चाहिए। बुनियादी संसोधन के अंर्तगत दो महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना आवश्यक है प्रथम तकनीकी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है और व्यापार संचालन का महत्वपूर्ण साधन है और द्वितीय व्यापार के नये माॅडल को समझना होगा। उन्होने साइबर सुरक्षा के संर्दभ में कहा कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एशिया में लगभग 69 प्रतिशत कौशलयुक्त मानव संसाधन की कमी एवं विश्व स्तर पर 47 प्रतिशत कौशलयुक्त मानव संसाधन की कमी है। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहर कि अपने विशेषज्ञता को पहचानें और यह भी जाने की आपको किस क्षेत्र में जाना है। उन्होनें कहा कि कुछ भी बुरा नही हो रहा आज हम अवसर के दरवाजे पर खड़े है इसलिए स्वंय को उसके लिए तैयार रहें, दृढ़ इच्छाशक्ती एवं विकसित विचार के साथ लोगो से संर्पक विकसित करें।

केपीएमजी के मानव संसाधन के सीनियर एसोसिएट निदेशक श्री साहिल नायर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कि आज भी मांग एंव सप्लाई के मध्य एक बड़ा रिक्त स्थान है और उद्योग को सदैव कुशलयुक्त बुद्धिमान मानव संसाधन की आवश्यकता रहती है। वर्तमान समय का उपयोग भविष्य की चुनौतियों को समझने एंव उनके निवारण के बारे में विचार करनें मे लगायें। जुड़ाव, सहयोग एंव सहभागीता का निर्माण सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। भविष्य, मुश्किल या आरामदायक नही है बल्कि संकरण है। आने वाले कल के लिए आज से रिश्तों को मजबूत बनायें।


फिशरवी की मानव संसाधन निदेशक सुश्री विनिता कुकरेती ने छात्रो को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवाओं के सम्मुख मानसिक एंव शारिरीक स्वास्थय, भविष्य की चिंता जैसी कई चुनौतियां है जिसमें शिक्षा ऋण की देयता एवं रोजगार भी शामिल है। कोविड ने कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है तो स्वास्थय, सूचना प्रौद्योगिकी एंव बीमा आदि क्षेत्रों को विकास के अवसर भी प्रदान किये है। उन्होनें कहा कि यह समय आपसी नेटर्वक विकसित करने का समय है, स्वंय के अदंर लचीलापन, अपनाने एवं चपलता जैसे गुण को विकसित करें।

क्नोसिस एंटरप्राइस के मैनेजिंग डायरेक्टर डा समीर जोशी ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि भविष्य का भविष्य नव समान्य की ओर बढ़ रहा है। उन्होनें कहा कि उबर, फेसबुक, अलीबाबा आदि नये व्यापारिक माॅडल है। डा जोशी ने तकनीकी के गति, भविष्य के रोजगार, कौशल की कमी, मानव संसाधन के प्रबंधन सहित तनाव प्रबंधन, भावनात्मक बुद्धिमता, संज्ञानात्मक लचीलापन आदि के संर्दभ में विस्तृत जानकारी प्रदान की। डा जोशी ने कहा कि हमें चलता है जैसे रवैये को छोड़कर करना है बस करना ही है रवैये को अपनाना होगा।

एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी सदैव छात्रों के संपूर्ण विकास हेतु प्रतिबद्ध है इसलिए पाठयक्रम की कक्षागत शिक्षा के अलावा हम इस प्रकार के विशेष वेबिनारों का आयोजन कर छात्रों को उद्योग जगत के विशेषज्ञों से रूबरू होने का मौका प्रदान करते है जिससे वर्तमान समय में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए और उपलब्ध अवसरो ंको समझने के लिए उनका मार्गदर्शन हो सके। डा सिंह ने कहा कि कोविड के दौरान इस प्रकार के वेबिनार के जरीए प्राप्त मार्गदर्शन छात्रों का आत्मविश्वास एवं मनोबल विकसित करते है और उन्हें विकास हेतु कौन से कौशल विकसित करते है इसकी जानकारी भी प्राप्त होती है।

इस वेबिनार में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा औद्योगिक जगत के विशेषज्ञों से कई प्रश्न भी किये गये जिनके उन्हें जवाब प्राप्त हुए। इस अवसर पर डा भावना कुमार, श्री गौरव भटनागर भी उपस्थित थे।

---------------------------------------