वृन्दावन। मथुरा
बांके बिहारी कॉलोनी स्थित ठाकुर कौशल किशोर राम मंदिर के तत्वाधान में संचालित श्री राम मित्र मंडल के द्वारा ग्राम बाटी-बहुला वन स्थित श्री व्यास तपोवन एवं श्री राम गौशाला का शुभारंभ एवं उद्घाटन महोत्सव गोपाष्टमी के पावन पर्व पर विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ।जिसमें अनेक जगतगुरु, महामंडलेश्वर,श्रीमहंत, महंत, संत, विद्वान, भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।साथ ही निकटवर्ती ग्रामों के अनेकानेक ग्रामीण उपस्थित रहे।
श्री राम मित्र मंडल के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत आचार्य रामदेव चतुर्वेदी जी महाराज ने कहा कि बहुला वन-बाटी भगवान श्री कृष्ण की गौचारण भूमि है। वह यहां अपनी गायों को चराने आया करते थे। इसीलिए गोपाष्टमी के पावन पर्व पर उनके मंडल ने यहां गौशाला की स्थापना की है।
महोत्सव के समन्वयक एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ गोपाल चतुर्वेदी ने कहा के गोपाष्टमी के ही दिन भगवान श्री कृष्ण ने अपनी बाल्यावस्था में शांडिल्य ऋषि के द्वारा गोचारण का मुहूर्त निकलवाने के पश्चात ही सर्वप्रथम गायों को चराना प्रारंभ किया था।इसीलिए गोपाष्टमी का यह पर्व अत्यंत पावन व पुनीत है।
इस अवसर पर सुंदर कांड का सस्वर व संगीतमय सामूहिक गायन किया गया। साथ ही गौमहिमा से सम्बंधित भजनों का गायन भी किया गया। 100 से भी अधिक गौ माताओं की पूजा अर्चना वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य तिलक लगाकर,गुड़ खिलाकर एवं आरती आदि करके की गयी।
इस अवसर परश्रीमहन्त फूलडोल बिहारी, महामंडलेश्वर सन्तोष मुनि,हनुमान टेकरी के महंत वैष्णव दास, महामंडलेश्वर नवलगिरि जी महाराज, बिहारीलाल वशिष्ठ, महन्त सुबोधानंद जी महाराज,विरक्त वैष्णव परिषद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर सच्चिदानंद जी महाराज, मथुरा से बिहारीलाल चतुर्वेदी, वंशीधर चतुर्वेदी,तुलसी स्वामी,रेखादासी,श्रीमती कुंजलता चतुर्वेदी, आचार्य लवदेव चतुर्वेदी, आचार्य कुशदेव चतुर्वेदी, महन्त रमणरेती दास, प्रियाशरण दास, अतुल चतुर्वेदी, वेदराम,अनूप, मुरारी लाल,ओमप्रकाश, कानपुर से दिनेश त्रिपाठी, वीरेंद्र विश्नोई आदि की उपस्थिति विशेष रही।
संचालन महोत्सव के समन्वयक व वरिष्ठ आध्यात्मिक पत्रकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया। संयोजक महन्त आचार्य रामदेव चतुर्वेदी ने सभी का स्वागत स्मृति-चिन्ह व ठाकुर जी का भोग-प्रसाद देकर किया।