एमिटी विश्वविद्यालय के ऑनलाइन दीक्षांत समारोह 2020 का आयोजन






- 18 हजार से अधिक छात्रों को प्रदान की गई उपाधियां।


नोयडा।उ.प्र.

छात्रों के लिए डिग्री प्राप्त करना एक सुखदमय और उल्लासित करने वाला क्षण होता है, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश द्वारा कोरोना से बचाव को संज्ञान में रखते हुए बृहद स्तर पर ऑनलाइन16वें दीक्षांत समारोह 2020 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विद्यालय समूह की चेयरपरसन डा अमिता चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा के चांसलर डा असीम चौहान, एमिटी ऑनलाइन के चेयरमैन श्री अजीत चौहान, और एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला द्वारा कुल 18,769 छात्रों को पीएचडी, स्नातकोत्तर, स्नातक, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा की उपाधियां प्रदान की गई। इस अवसर पर राॅयल इंस्टीटयूशन आॅफ चार्टर्ड सर्वेयर के सीईओ डा सीन टाॅमकिन्स, एमिटी फिल्म एंड ड्रामा की चेयरपरसन श्रीमती पूजा चौहान, एमिटी स्कूल आॅफ फाइन आर्ट एवं एमिटी स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी की चेयरपरसन श्रीमती दिव्या चौहान, एमिटी ऑनलाइन के उपाध्यक्ष श्री अभय चौहान, एमिटी कैपिटल वेंचर के सिनियर वाइस प्रेसीडेंट श्री अमोल चौहान और रितनंद बलवेद एजुकेशन फांउडेशन के ट्रस्टी श्री आनंद चौहान, श्री अरूण चौहान और श्री अजय चौहान भी उपस्थित थे।


एमिटी विश्वविद्यालय के ऑनलाइन दीक्षांत समारोह 2020 के अवसर पर हटसन विश्वविद्यालय की चांसलर एवं अध्यक्ष डा रेनू खाटोर को शिक्षा के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य के लिए डाक्टरेट आॅफ फिलॅासफी की मानद उपाधि से, यूएसए के ओहियो स्टेट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं वल्र्ड फूड प्राइज के विजेता डा रतन लाल को डाक्टरेट ऑफ साइंस की मानद उपाधि से और इंटरनेशनल बैकलाॅरिएट आर्गेनाईजेशन की महानिदेशिका डा शिवा कुमारी को डाक्टरेट ऑफ फिलॅासफी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस दीक्षांत समारोह के अंर्तगत 69 छात्रों को बेस्ट आल राउंड स्टूडेंट ट्राफी, 286 को स्वर्ण पदक, 276 को रजत पदक, 161 को कांस्य पदक और 219 को पीएचडी उपाधि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त 195 छात्रों को मानव एवं पारंपरिक मूल्यो में बेहतरीन के लिए श्री बलजीत शास़्त्री अवार्ड, 01 छात्र को मेजर जनरल के जय सिंह मेडल, 01 छात्र को श्री महाशय धर्मपाल गुलाटी मेडल और 13 छात्रों को कोरपोरेट अवार्ड प्रदान किये गये।


एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने छात्रों एवं अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी एमिटी के अल्युमनी देश का भविष्य है जो देश के विकास में सक्रिय योगदान देकर समाज एवं विश्व बंधुत्व की दिशा में कार्य करेगें। उन्होनें छात्रों से कहा कि अपना लक्ष्य निर्धारित करें और किसी भी समस्या का सामना डट कर करें। उन्होनें छात्रों का भारत को विश्व की महाशक्ती बनाने में सहयोग करने के लिए आह्वान भी किया।


एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने दीक्षांत समारोह के प्रारंभ करने की घोषणा करते हुए और उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि एमिटी छात्रों को समर्पित, निष्ठावान और ईमानदार व्यवसायिक बनने के लिए पोषित करता है और हम छात्रों को मूल्य और संस्कारों के साथ बेहतरीन व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करते है। डा चौहान ने छात्रो से कहा जीवन में सफलता प्राप्ती के उपरांत भी विनम्र रहें और हमेशा जरूरत मंदो की सहायता करें। उन्होनें कहा कि उन्हे पूर्ण विश्वास है कि एमिटी के छात्र विश्व को बेहतर स्थान बनाने की दिशा में कार्य करेंगे और एमिटी सदैव एक ऐसी नींव के निर्माण में लगी है जो राष्ट्र का गौरव होगी।


हटसन विश्वविद्यालय की चांसलर एवं अध्यक्ष डा रेनू खाटोर ने मानद उपाधि से सम्मानित किये जाने पर एमिटी विश्वविद्यालय को धन्यवाद देते हुए अपनी प्रसन्नता को जाहिर किया। डा खाटोर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सदैव बड़े सपने देखो और पूरे जूनून के साथ उस सपने को पूरा करने में जुट जायें। सदैव विनम्र बनें, जीवन की सफलता की सफर कई लोगों की सहयोग से संपन्न होता है इसलिए लोगों के प्रति सहदय एवं विनम्र रहे। विद्या हमें बन्धनों से मुक्त करती है इसलिए स्वंय को क्रोध, अभिमान से मुक्त रखें।


यूएसए के ओहियो स्टेट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं वल्र्ड फूड प्राइज के विजेता डा रतन लाल ने कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय से मानद उपाधि प्राप्त करना एक बहुत बड़े सम्मान की बात हैं। उन्होने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों से कहा कि आपकी मेहनत एवं शिक्षण प्राप्त करने की सतत प्रक्रिया को दर्शाता है। डा लाल ने कहा कि लक्ष्य का निर्धारण और उसे पूरा करने के लिए कठिन मेहनत से विश्व हम सभी के लिए एक बेहतर स्थान बनेगा। उन्होनें कहा कि पृथ्वी हमारे लिए सभी प्राकृतिक संसाधनों का स्त्रोत है और मानव, मृदा, पौधे, पशु, पर्यावरण सभी एक दूसरे से जुड़े है। वसुधैव कुटुबंकम के मूल मंत्र को अपनाते हुए विश्व के हर व्यक्ति को परिवार का हिस्सा समझे और उनका सहयोग करें।


इंटरनेशनल बैकलाॅरिएट आर्गेनाईजेशन की महानिदेशिका डा शिवा कुमारी ने मानद उपाधि के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि शिक्षा, हदय को खोलने, सशक्त बनने की मुख्य चाबी है और शिक्षा ही हमे विश्व को परिवर्तन करने की शक्ती प्रदान करती है। उन्होनें छात्रों से कहा कि सदैव अपने शिक्षकों, अभिभावकों का आदर करें जिन्होने आपको शिक्षा ग्रहण करने का मौका प्रदान किया।


राॅयल इंस्टीटयूशन ऑफ चार्टर्ड सर्वेयर के सीईओ डा सीन टाॅमकिन्स ने छात्रों को इस चुनौतीपूर्ण वर्ष में अकादमिक सफलता के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस साल उन्होनें जो लचीलता दिखाई है वो जीवन में हमेशा आनेवाली चुनौतीयों से निपटने में सहायता करेगी। उन्होनें छात्रो को प्रौद्योगिकी और परिवर्तनकारी डेटा की शक्ति को पहचानने और समझने के महत्व को बताया।


एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने पिछले शैक्षणिक वर्ष में एमिटी की अग्रणी उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान और चांसलर डा अतुल चौहान के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में शिक्षा के नये आयाम की इबारत लिख रहा है। उन्होनें छात्रों से कहा कि व्यवसायिक उत्कृष्टता, व्यक्तिगत अनुभव और समाजिक चेतना का समागम उन्हे जीवन में सफल होने में सहायक होगा।


एमिटी विश्वविद्यालय के ऑनलाइन दीक्षांत समारोह 2020 में एमबीए मानव संसाधन की छात्रा सुश्री अनन्या अग्रवाल ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि शिक्षकों ने सदैव शिक्षा प्रदान करने के साथ उन्हे मानसिक सबल प्रदान किया और किसी भी समस्या के निवारण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित भी करते रहे है। बीए - जर्नलिस्म एवं मास कम्यूनिकेशन के छात्र मनन अग्रवाल ने कहा कि एमिटी ने हमें व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करने के साथ चुनौतीयों का सामना करना भी सीखाया और 

ऊँचाइयों को छूने के लिए पंख प्रदान किये है।


इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के शिक्षकगण और अधिकारीगण भी उपस्थित थे।