सवांददाता, के,के,कुशवाहा
आगरा। पुलिस प्रशासन में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस को सूचना मिली कि दो मासूम बच्चों का अपहरण कर उन्हें राजस्थान ले जाया जा रहा है। मासूम बच्चों के अपहरण की सूचना पर पुलिस अधिकारियों ने आगरा की सीमाओं को सील कर चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस को सैंया टोल पर सफलता हाथ लगी और एक बस से दोनों मासूम बच्चों के साथ अपहरणकर्ता को हिरासत में ले लिया। हैरानी की बात यह थी कि अपहरणकर्ता कोई और नहीं बल्कि अपहृत बच्चों के पिता का दोस्त था, मौके पर वह नशे की हालत में था।
घटना ताजगंज थाना क्षेत्र के मुगल पुलिया की है। मुगल पुलिया निवासी पूनम पत्नी दीपू ने क्षेत्रीय पुलिस को अपने दो वर्षीय यश और तीन वर्षीय खुशी के अपहरण की सूचना दी थी। पूनम ने पुलिस को बताया कि ग्वालियर निवासी पति का दोस्त लोकेंद्र उसके दोनों बच्चों का अपहरण करके ले गया है। पूनम ने लोकेंद्र का फोन नंबर भी पुलिस को दिया। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उसकी लोकेशन का पता लगाया। लोकेंद्र ग्वालियर रोड पर था। उसकी मूवमेंट से पुलिस को पता चल रहा था कि वह किसी वाहन में है। इस सूचना पर पुलिस ने तुरंत चेकिंग का जाल बिछाया और तकरीबन सैंया टोल प्लाजा पर एक प्राइवेट बस से दोनों मासूम बच्चों को अपहरणकर्ता के साथ बरामद कर लिया।
आरोपी लोकेंद्र और बच्चों का पिता दीपू एक ही शहर के है। पूर्व में वो श्रीराम कालोनी डाबरा में रहते थे। दीपू की ससुराल आगरा में है, उसकी पत्नी बच्चों के साथ यही रहती है। आरोपी लोकेन्द्र एक दिन पहले ही दिल्ली से लौटा था और दीपू के साथ मिलकर शराब पी थी। इस बीच दीपू सामान लेने चला गया और लोकेंद्र घर से बच्चों को टॉफी दिलाने के नाम पर दोनों बच्चों को ले गया और वापस नहीं लौटा। दीपू के घर लौटने पर उसकी पत्नी ने सारी जानकारी दी फिर दोनों ने पुलिस को सूचित किया।
अपहरण का आरोपी लोकेन्द्र जब पकड़ा गया तो वह नशे में था। पुलिस ने पुछताछ की तो उसने बताया कि वह बच्चों को अपना घर दिखाने ले जा रहा था, बच्चों से बहुत प्यार करता है। पुलिस का कहना है कि देवेंद्र काफी नशे में है इसलिए अपहरण का इरादा स्पष्ट नहीं है, पूछताछ की जा रही है।
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि दो बच्चों के अपहरण की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस हरकत में आई और सैंया टोल पर एक निजी बस से बच्चों और अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया है। आरोपी काफी नशे में है, पूछताछ की जा रही है। बच्चों को उनके परिजनों को सौप दिया है।