एमिटी लाॅ स्कूल द्वारा अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता पर वेबिनार का आयोजन



नोयडा। उ.प्र.

कानून के छात्रों को अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता सहित उसके अभ्यास के संर्दभ में जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी लाॅ स्कूल द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में यूके के ट्वििनवूड लाॅ प्रैक्टीस लिमिटेड के निदेशक श्री हरजोत सिंह ने ‘‘ अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता - अभ्यास और व्यावसायिकता ’’ विषय पर व्याख्यान प्रदान किया इस अवसर पर एमिटी लाॅ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने श्री हरजोत सिंह का स्वागत किया।


वेबिनार में यूके के ट्वििनवूड लाॅ प्रैक्टीस लिमिटेड के निदेशक श्री हरजोत सिंह ने ‘‘ अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता - अभ्यास और व्यावसायिकता ’’ विषय पर जानकारी देते हुए कहा अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता समय की मांग है आज देश में कई विदेशी ंकंपनिया निवेश कर रही है इसलिए अंर्तराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने में मध्यस्थता एक महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करती है। मध्यस्थता भी मुकदमे की तरह महत्वपूर्ण होती है जहां केसों का निस्तारण होता है। श्री सिंह ने छात्रो को सलाह देते हुए कहा कि हमेशा अच्छे माॅडयूलर कांट्रेक्ट का उपयोग करे और मध्यस्थता के स्थान को सुनिश्चित करें। भारतीय मध्यस्थता को प्रोत्साहित करें और अपने मुवक्किल को सदैव सही सलाह एवं पूरी जानकारी प्रदान करें। मध्यस्थता, न्यायीक मुकदमेबाजी का विकल्प मात्र नही है यह एक विवाद को सुलझाने का बेहतरीन एवं त्वरित तरीका है जिसमें अच्छी आमदनी भी है। उन्होनें छात्रो ंसे कहा कि सदैव स्वंय को तत्कालीन जानकारी से अपडेट रहे और मध्यस्थता के केसों और माडयुल को पढ़ते रहे इस अवसर पर उन्होनें विभिन्न केसों का उदाहरण भी दिया।


श्री सिंह ने कहा कि संस्थागत मध्यस्थता बहुत ही महत्वपूर्ण है इसलिए अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता के महत्व को समझें और पूरी तमन्यता से अभ्यास विकसित करें। आज कई कंपनिया आपसी विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता का सहारा ले रही है। उन्होनें अमेरिकन आर्बिट्रेशन एसोसिएशन, इंटरनेशनल सेंटर फाॅर डिस्पूट रिसोल्युशन, लंडन कोर्ट आॅफ इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सहित आईबीए रूल, न्यूर्याक कनवेंशन आदि के केसों एवं माडयुल को पढ़ने की सलाह देते हुए कहा कि मध्यस्थता वह प्रक्रिया है जहां मध्यस्थता प्रक्रिया को लागू करते हुए दोनो पक्षों के हित एवं सहमती के लिए कार्य किया जाता है। उन्होनें कहा कि मध्यस्थता करने वाले व्यक्ति का ज्ञान पूर्ण एवं निर्णय लेने की क्षमता वाला व्यक्ति होना आवश्यक है। उन्होनें कहा कि मध्यस्थता कराने वाले अधिवक्ता या व्यक्ति में निर्णय लेने की क्षमता सहित दोनो विवादियों का विश्वास हासिल करने, किसी तरह क भेदभाव ना करने और मध्यस्थता प्रक्रिया को सही तरीके से संचालित करने की क्षमता भी होनी चाहिए। उन्होनें कहा कि एमिटी लाॅ स्कूल द्वारा छात्रों के विकास में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है।


एमिटी लाॅ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने श्री हरजोत सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान का मानना है कि छात्रों को वैश्विक नागरिक के रूप में विकसित करना चाहिए जिससे वे देश एवं विश्व के विकास में मानवता के लिए योगदान दे सके और उनके दृष्टिकोण को सार्थक करने की दिशा में एमिटी के हर व्यक्ति द्वारा प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में अंर्तराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसमें छात्रों के लिए भविष्य के सुनहरे अवसर उपलब्ध है इसलिए छात्रों को जानकारी ने प्रदान करने के लिए एमिटी लाॅ स्कूल द्वारा इस वेबिनार का आयोजन किया गया।


इस अवसर पर एमिटी लाॅ स्कूल के डा अरविंद भानू एवं डा आदित्य तोमर भी उपस्थित थे। प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों ने श्री सिंह कई प्रश्न भी किये जिनके उन्होनें जवाब प्रदान किये।