- जिला प्रशासन तीन बार भेज चुका है रिमाइंडर
- जमीन हस्तांतरण के मामले में आगरा पब्लिक एजुकेशन सोसाइटी ने की थी भारी हेराफेरी
आगरा। प्रवीन शर्मा
निबंधन विभाग के इशारे पर आगरा पब्लिक एजुकेशन सोसायटी द्वारा भूमि हस्तांतरण के मामले में करोड़ों रुपये की स्टांप चोरी का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में एडीएम (वित्त/राजस्व) द्वारा शासन को तीसरा रिमाइंडर भेजने के बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है। सूत्रों का मानना है कि निबंधन विभाग आगरा में रहे आरोपी अधिकारी को लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर लिया गया है। यही वजह है कि कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पा रही है।
यह है मामला....
आगरा पब्लिक स्कूल ऑफ एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष 10 विजय नगर कॉलोनी निवासी महेश चंद शर्मा पुत्र पीएल शर्मा ने 30 दिसंबर 2019 को मौजा अरतौनी के खसरा संख्या 18 के अंश से ..0.4000 हेक्टेयर को अपने दोनों पुत्रों अभिनव शर्मा व अनिकेत शर्मा के हक में हस्तांतरण किया था। इसी तरह खसरा संख्या-1की 0.3690 हेक्टेयर भूमि, खसरा संख्या-2 की 0.5190 हेक्टेयर, खसरा नंबर 3 की 0.3000 हेक्टेयर, खसरा नंबर 4 की 3288 हेक्टेयर, खसरा संख्या 5 की 0.3000, खसरा संख्या 11/7 की 0.0580 हेक्टेयर, खसरा संख्या 16/0 की 3230 हेक्टेयर जमीन समेत कुल 2.1570 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरण की गई थी। जमीन की बाजार में कीमत 60 लाख दर्शा कर 4 लाख 20 हजार रुपये के स्टांप अदा किए थे। इस मामले में जब जांच की गई तो स्टाम्प घोटाले में भारी गड़बड़ी उजागर है, लेकिन तब तक गड़बड़ी को अंजाम देने वाले सहायक महानिरीक्षक निबंधन निरंजन कुमार का तबादला आगरा से हो गया। उन्हें लखनऊ स्थित महानिरीक्षक निबंधन कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। स्टांप चोरी के इस मामले में जिला प्रशासन कई बार निबंधन मुख्यालय लखनऊ से आग्रह कर चुका है लेकिन उसमें कोई प्रगति होती नजर नहीं आ रही है।
अपर जिलाधिकारी (वि/रा) योगेंद्र कुमार ने बताया कि निबंधन कार्यालय लखनऊ को तीन बार रिमाइंडर भेजा जा चुके हैं लेकिन अभी तक इस मामले में किसी तरह की कार्यवाही नहीं की जा सकी है।