- अवैध खनन की गाड़ियां पास कराने की मांग रहे थे डेढ़ लाख रुपये।
- एसपी पश्चिम की जांच में चारो पाए गए दोषी।
आगरा। प्रवीन शर्मा
आगरा में खनन माफिया से रिश्ते रखने पर खेरागढ़ थाने के दरोगा सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं। एसपी पश्चिम सत्यजीत गुप्ता की जांच में इनके दोषी पाए जाने पर एसएसपी बबलू कुमार ने यह कार्रवाई की। एक होमगार्ड भी दोषी पाया गया है।
शिकायत मिली थी कि खेरागढ़ थाने के प्रभारी निरीक्षक सूरज सिंह का करीबी दरोगा पुष्पेंद्र रेत से लदे ट्रकों को निकलवाने के बदले 1.5 लाख रुपये मांग रहा है। इसका ऑडियो वायरल होने पर जांच हुई तो दो और पुलिसकर्मी व एक होमगार्ड का नाम सामने आया। ऑडियो पिछले महीने 16 तारीख को वायरल हुआ था। जांच के के दौरान खनन माफिया के गुर्गे के मोबाइल नंबर की डिटेल निकलवाई गई तो चार पुलिसकर्मियों की कई बार की बातचीत की जानकारी मिली। आगरा एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि एसपी वेस्ट की जांच रिपोर्ट के आधार पर दरोगा पुष्पेंद्र कुमार, सिपाही सुधीर तोमर, सिपाही सूरज सिंह, सिपाही वीकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया। होमगार्ड हरेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट भेज दी। वह पहले खेरागढ़ थाने के लिए काम कर रहा था। अब उसकी पोस्टिंग होमगार्ड की कंपनी 33 में है। आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने एसएसपी से इस मामले की शिकायत की थी। इसके बाद जांच कराई गई।
सिपाही की शहादत के बाद भी बंद नहीं की अवैध वसूली
खेरागढ़ में 13 नवंबर 2020 को सिपाही सोनू चौधरी की हत्या खनन माफिया के गुर्गों ने की थी। वह शहीद हो गया पर रेत माफिया के गुर्गों को जाने नहीं दिया। यह मामला शासन तक गया था। इस घटना को एक महीना ही बीता था कि इसी थाने के सिपाही और दरोगा की खनन माफिया के गुर्गों से लंबी बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया। अब जांच में यह साबित भी गया कि पुलिसकर्मियों के खनन माफिया से रिश्ते हैं। एसएसपी ने बताया कि मामला गंभीर है। इसकी विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। इसकी रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।