ॐ जय देवी माँ ज्वाला जी, !...देवी मन्दिर लखनऊ वालीं।। सब आयें उनके धाम..!जहाँ बनेंगे बिगड़े काम।। मुख्य देवी भक्त- "पीठाधीश्वर"- परम पूज्य श्री श्री अशोक जी महाराज।





आगरा।हिन्दुस्तान वार्ता (धर्मेन्द्र कु.चौधरी)

लखनऊ -कानपुर मार्ग ,वो पावन-पवित्र भूमि.. शुभ स्थान..

 शक्ति पीठ  ..मन्दिर देवी माँ श्री ज्वाला जी ..धाम ।

एल डी ए कॉलोनी, लखनऊ ।

जो अपने आप में धन्य है.. कि यहाँ श्री श्री ..पीठाधीश्वर -अशोक जी  महाराज की कर्म भूमि  है।

महाराज जी की भक्ति.. ,भक्ति में शक्ति...। काबिले तारीफ़ है।

" देवी माँ " की शरण में आयें "

 "वहाँ सभी दुःख-दर्द मिट जायें।"

मीडिया उवाच --   

महाराज जी !  वर्तमान दौर पर कुछ प्रकाश डालें।

महाराज जी उवाच --

वर्तमान भौतिकवाद के दौर में मनुष्य आधारभूत आवश्यकतओं

के साथ साथ सुख-,सुविधाओं के साधन ,जुटाने में रात-दिन लगा हुआ है।

ऐसे में स्वयं के सिवाय किसी और के बारे में सोचने -बिचारने का समय नहीं है।

भोग के इन साधनों को पाने की स्पर्धा ने उसका न केवल चित्त -मन की शान्ति और चैन छीन लिया है , बल्कि उसे बुरी तरह अशान्त और भयभीत भी बना दिया है। इस स्थिति में घर-परिवार और समाज से अलग -थलग पड़ जाने के कारण वह स्वयं को अकेला अनुभव करता है। यह स्थिति समाज के अन्य लोगों की भी है। वे भोग के साधन के लिए , एक -दूसरे को तरह-तरह के दुःख देकर धन ऐंठ रहे हैं। इससे मनुष्य का मन मस्तिष्क रोगी हो गया है, जिसका प्रभाव उसके समग्र शरीर पर पड़ रहा है।

इस तरह मनुष्य अनेक प्रकार के रोगों से पीड़ित है।

ऐसे में मनुष्य देवी माँ की शरण में आएं.. जो सभी बाधाओं -दुःखों को हरने वाली है।

ऐसा मेरा बिचार ही नहीं ,अनुभव भी है।

" लाख मुश्किलें आएं ,मेरे ऊपर,

फिर भी तेरे सहारे सब दूर हो

 जातीं हैं ..मेरी देवी माँ।।🙏🏼..

महाराज जी की तबियत ठीक नहीं थी ।  हमारी फोन से वार्ता हुई तो.. वे लखनऊ आश्रम में विश्राम  कर रहे थे,

परन्तु फिर भी उन्होंने हमें जनकल्याण हेतु समय दिया। पेश हैं उनके मुखर बिंदु से निकले बचन....

 मीडिया उवाच ...

 महाराज जी सादर नमन...

महाराज जी ये सब क्या हो रहा है, ये मार्मिक दृश्य.. चीत्कार ..तड़फते लोग.. मौत का मंजर ! हर जगह त्राहि- त्राहि मची हुई है। आप जनकल्याण हेतु राह सुझाएं....

- महाराज जी कहते हैं....

"आग लगी संसार में झर-झर परेऊँ अंगार।

जो ना होते साधुजन तो जरि मरता संसार।।

ये कोरोना काल , अंधकार ,चल रहा है। इस समय संसार मे महामारी रूपी ,आग लगी है।

इस वक़्त यदि साधुजन (सज्जन पुरुष) भक्तगण ..धैर्य, भजन-पूजन ,नियम संयम वाले न होते तो ये संसार नष्ट हो जाता।

अतः भक्त जन,आप सब माँ शक्ति श्री ज्वाला देवी जी की शरण मे आयें।

सारे दुःखो को हरने वालीं हैं।वे ही इस प्रकोप से बचाएंगी।

सभी भक्त देवी की आराधना करें।

- महाराज जी कहते हैं कि देवी जी की कृपा से शनै-शनै सब सामान्य हो रहा है। सब कुछ पूर्व  की तरह ठीक हो जाएगा। भक्त गण आदि शक्ति माँ दुर्गे जी की पूजा आराधना करें। साफ सफाई का ध्यान रखें। अपने अपने घरों में शुद्ध धूप -दीप आदि सामिग्री का उपयोग करते हुए.. देवी माँ की पूजा अवश्य करें। पूजा आराधना से अवश्य ही सुख शान्ति सम्बंधित बेहतर परिणाम आएंगे।

एक प्रश्न के उत्तर में महाराज जी ने कहा कि इस बीमारी को कुछ शातिर लोगों.. चिकित्सको.. मेडिकल जांच करने सम्बंधी , दलालों, माफियाओं आदि ने भी जनता को गुमराह कर साधारण खांसी जुकाम को जटिल बना..डरा कर आम जनता को ठगा भी है। सैकड़ों ने कोरोना बीमारी का नाजायज फायदा उठाया है। मानवता से खिलवाड़ किया है।

हम आमजन भक्तों से यही संदेश प्रेषित कर रहे हैं कि.. वे सब धैर्य -हिम्मत बनाये रखें। भक्ति के मार्ग पर चलें। दूरी बनाएं.. शरीर से...दिल से नहीं। भीड़ न बढ़ाएँ।

सरकार के सुझाव ,नियमों का भी पालन करें। अनुशासन में रहें।घबरायें नहीं,धीरज रखें.. आगे ये महामारी का दौर शीघ्र ही समाप्त होगा। परमपिता परमेश्वर-माँ भगवती..देवी माँ ज्वाला जी , की भक्ति करें।

"गर दुखी हैं तो..माँ के दर पे आ जायें।

भक्ति भाव से ,दुःख दर्द मिटायें।।

जय माता दी...🙏🏼