महाराणा प्रताप के नाम ही शौर्य का प्रभाह: महापौर

 



प्रेम शर्मा,लखनऊ।

महापौर संयुक्ता भाटिया ने आज सुरवीर महाराणा प्रताप की जयंती पर हुसैनगंज चैराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया। इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने महाराणा प्रताप के भाले के पीछे के टूटे भाग को देखकर कर नाराजगी जताई और उसे सही कराने के लिए नगर आयुक्त को फोन कर निर्देशित किया। 

महापौर संयुक्ता भाटिया ने महाराणा प्रताप को नमन करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप के उच्चारण या उनके स्मरण से ही अपने अन्दर देश भक्ति का दीपक उदय हो जाता है, प्रताप का चित्र और मूर्ति के सामने लाने से तो एक सामान्य व्यक्ति भी उत्साह से, शौर्य से और सम्मान खड़ा हो जाता है। ऐसे एक अत्यन्त स्फूर्ति देने वाले व्यक्तित्व, उनके शरीर, जीवन काल की, मेवाड के राणा की कहानी सुनते हैं तो शरीर के रोम रौंगटे खड़े हो जाते हैं। राणा प्रताप युद्ध और दृण प्रतिज्ञा का दूसरा नाम है। राणा प्रताप के युद्ध कौशल के समक्ष अकबर की बड़ी सेना भी परास्त हुई थी। भारत के इतिहास की हर कहानी में राणा प्रताप को एक वीर स्थान प्राप्त है। न केवल भारत में, अपितु विश्व के वीरों की श्रृंखला में वह प्रखर स्वतंत्रता सेनानी सदा याद रहेंगे। भारत के सांस्कृति के मूल्यों को स्थापित करने वाले राणा प्रताप भारत के आदर्श पुरुष थे। राणा प्रताप ने कभी अपनी पगड़ी गिरने नही दी, और कभी मुगलो के समक्ष झुके नही अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले वीर शिरोमणि राणा प्रताप को मैं उनको नमन करती हूं।इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया सहित अन्य जन उपस्थित रहे।