हाथरस कांड की तरह पारस हॉस्पिटल के सामूहिक नरसंहार को दबा रहा है प्रशासन :कांग्रेस

 



सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश से जांच की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन।

आगरा। हिन्दुस्तान वार्ता

जिला व शहर कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान में आज पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत कांग्रेस जनों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया व शासन प्रशासन द्वारा मौत के सौदागर डा अरिंजय जैन को दी गई क्लीन चिट पर डीएम, जिला प्रशासन, योगी सरकार के खिलाफ जबर्दस्त नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह मीनू ने कहा कि कितने आश्चर्य की बात है कि डीएम आगरा पहले 6 लोगों की मौत स्वीकार कर रहे थे और अब 16 लोगों की मौत स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन मौत का कारण ऑक्सीजन मॉकड्रिल को नहीं मान रहे हैं, जबकि वायरल वीडियो में खुद हॉस्पिटल संचालक डा अरिंजय जैन ऑक्सीजन मौक ड्रिल के कारण 22 लोगों के शरीर नीला पड़ जाने और छंट जाने की बात कह रहे हैं, इससे यह स्पष्ट हो गया है कि डीएम आगरा व प्रशासन सत्ता के दवाब में पारस हॉस्पिटल के संचालक मौत के सौदागर डा अरिंजय जैन को बचा रहे हैं।

श्री मीनू ने कहा कि यदि सही जांच पारस हॉस्पिटल के संचालक डा अरिंजय जैन की कर ली होती तो और भी बड़े खुलासे हो सकते थे, लेकिन शासन प्रशासन डा अरिंजय जैन को बचाने के लिए लीपापोती में लगा हुआ है।

शहर अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार चिल्लू ने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन डा अरिंजय जैन के वायरल वीडियो में उनके द्वारा स्वीकार की गई ऑक्सीजन मॉकड्रिल के कारण मृत निर्दोष जनता के परिजनों को न्याय नहीं दिलवा रहा है, बल्कि ये वीडियो किसने बनाया, उसकी जांच कर रहा है, और डा अरिंजय जैन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं करके पत्रकारों को भी धमकाया जा रहा है।

श्री चिल्लू ने कहा कि जिला प्रशासन योगी सरकार के इशारे पर पारस हॉस्पिटल के संचालक डा अरिंजय जैन द्वारा किए गए सामूहिक जघन्य नरसंहार को हाथरस कांड की तरह दबाना चाहता है, लेकिन कांग्रेस जन इस प्रकरण में शांत नहीं बैठेंगे।

कांग्रेस जन द्वारा एसीएम श्री जे पी पांडे को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन दिया गया।

ज्ञापन में राष्ट्रपति महोदय से मांग की गई है कि वह इस प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश से करवाने के आदेश मोदी व योगी सरकार को दें, ताकि दोषी डा अरिंजय जैन जिसने की राजनीतिक सत्ता की आड़ में 22 निर्दोष लोगों को मौत के मुंह में धकेला है, और प्रशासन की कृपा से कानून के शिकंजे से बचा हुआ है।

विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के सर्वश्री विनोद बंसल,  नन्दलाल भारती, विराग जैन, मुन्ना मिश्रा, संजीव नागर, अजहर वारसी, इब्राहिम जैदी, चौधरी बच्चू सिंह, अंशुल अग्रवाल, डा राशिद चौधरी, आई डी श्रीवास्तव, मुन्ना लाल वर्मा, हारून रशीद कुरैशी, पीसी नरवार, पूर्व पार्षद अहमद हसन, चौधरी बांके लाल, संतोष चौधरी, अनिल विधोलिया, विलाल अहमद, विनोद जरारी,सतीश सिकरवार, हेमंत चाहर, सी एम पराशर, गीता सिंह, कृष्णा तिवारी, जितेन्द्र शर्मा, चंद्रमोहन जैन, प्रदीप जैन सी ए, अश्वनी कुमार बिट्टू, ओम हरि आनन्द, बुरहान शमसी, वी पी बघेल, रमेश सोनकर, संतोष चौधरी, सलीम उस्मानी, रामप्रकाश बघेल, सुरेश चन्द शर्मा, दिलीप वर्मा, ताहिर हुसैन, वासित अली, नगीना चौधरी, राजेंद्र सोनकर, इदरीश मेव आदि मौजूद थे।