एमिटी विश्वविद्यालय में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

 



हिन्दुस्तान वार्ता,नोयडा।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में आज एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ इंडियन सिस्टम आॅफ मेडिसन, एमिटी युनिवर्सिटी नोएडा ने योग कार्यक्रम का आयोजन किया। आॅनलाइन आयोजित इस कार्यकम्र में छात्रों, शिक्षको एंव कर्मचारीयों के मध्य आज खास उत्साह देखने को मिला। आयोजित कार्यक्रम का विषय ’योग के साथ रहे घर पर रहे’ था जिसमें 1000 से अधिक छात्रों एंव सकांय ने हिस्सा लिया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रतिभागियों द्वारा योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए एक आॅनलाइन प्रतिज्ञा भी ली गई। कार्यक्रम के दौरान योगा प्रशिक्षक डा नेहा जैनेर ने योग करने की जानकारी पर बहुमूल्य जानकारी साझा की।

योग आसनों का प्रदर्शन करते हुए डा नेहा जैनेर ने कहा कि रोजाना योग का अभ्यास न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ता है बल्कि वास्तविक आनंद भी प्रदान करता है। महामारी के इस कठिन समय के दौरान जब पूरी दुनिया कोरोना से लड़ने के लिए संघर्ष कर रही है, योग बीमारी को दूर रखकर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में एक उत्कृष्ट उपकरण साबित हुआ है। डा जैनेर ने यह भी कहा कि आज के समय में योग एक अहम हिस्सा बन गया है, पूरी दुनिया इसके महत्व को समझती है।

एमिटी सांइस टेक्नोलाॅजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने कहा कि योग भारतीय ज्ञान का सबसे महान ज्ञान है जिससे मानवता को बहुत से लाभ प्राप्त हुए है। योग को रोजाना करना चाहिए क्योकि इससे न केवल सकारात्मक शरीर बनता है बल्कि सकारात्मक दिमाग के निर्माण में भी मदद मिलती है। आज विज्ञान भी योग में विश्वास रखता है और ऐसे कई अनुसंधान यह सबित कर चुके है कि योग हर प्रकार के रोग के सुधार में सहायता करता है। योगा आपको जीवन में आगे बढ़ने में भी सहायता करता है।

एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ माॅलिक्यूलर मेडिसिन एंड स्टेम सेल रिसर्च के निदेशक डा बी सी दास ने कह कि रोजाना योग बेहद अहम है यह जरूरी नही है कि 2 घंटे योग करे केवल आधा घंटा योग करना भी बहुत लाभदायक साबित हो सकता है। योग करने के कुछ दिनों के अंदर आपको अपने शरीर में बहुद बलाव दिखेगे। उन्होने यह भी कहा कि 177 देशों से अधिक देशों ने योग को अपनाया है। हम केवल योग का सही महत्व तभी समझेगे जब योग को करेगे।