आपदा को " अवसर " में बदला, एम आई इ टी पब्लिक विद्यालय और उसके छात्रों ने।




मेरठ  (हि वार्ता)

कोरोनाकाल की जिन परिस्थितियों में जहाँ एक ओर हम सब अपने-अपने घरों में बैठे हुए निष्क्रिय से प्रतीत हो रहे हैं । किन्तु वहीं दूसरी ओर एम आई इ टी  पब्लिक विद्यालय के संस्कृत शिक्षकों श्री शशीकान्त और सचिन शर्मा ने संस्कृत ज्ञान वर्धन कक्षाओं के माध्यम से ग्रीष्मकालीन अवकाश में छात्रों को संस्कृत की सूक्ष्मताओं को सिखाया । एम आई इ टी  पब्लिक विद्यालय द्वारा अन्य विषयों के साथ-साथ संस्कृत अध्ययन कोरोनाकाल जैसी परिस्थितियों में भी निरन्तर रूप से प्रवृत्त है । गत  22 मई से ऐसा ही एक प्रयास आरम्भ हुआ । जो 31मई  में सम्पन्न हुआ जिनमें दो कक्षाओं के माध्यम से संस्कृतविषय का अध्ययन कराया जा रहा था । 

  इस कक्षाओं का उद्घाटन मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित एम आई इ टी  पब्लिक विद्यालय के प्रबंधक तथा सभापति विष्ण शरण अग्रवाल जी का मार्गदर्शन छात्रों को प्राप्त हुआ। उन्होंने संस्कृतभाषा के विषय में , उसकी आवश्यकता , विशेषता और उपयोगिता के सन्दर्भ में संक्षेप में व्याख्या की और सभी से संस्कृत-सम्भाषण करने का आग्रह किया । 

अपने ग्रीष्म अवकाश को सार्थक करते हुए एम आई इ टी  विद्यालय की तीनों शाखाओं से कक्षा 5 से 8 तक के प्रायशः 100 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण किया ।

   साथ ही छोटे-छोटे बच्चे भी गूगल मीट द्वारा सञ्चालित की जा रही इन कक्षाओं के माध्यम से संस्कृत सम्भाषण सीखने के लिए बहुत उत्सुक दिखाई दिए । 

यहां बच्चों ने कारक, विभक्ति, लिंग, वचन और पुरुष आदि के विषय में जानकर अपने ज्ञान में वृद्धि की ।

   संस्कृत ज्ञान वर्धन कक्षा के समापन दिवस पर संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन संस्कृत में किया गया और बच्चों ने सरस्वतीवंदना, ध्येयमंत्र, परिचय, अनुभवकथन आदि ये सभी कार्यक्रम संस्कृत में प्रस्तुत किए ।