कोरोना कंट्रोल में निभाई मुख्य भूमिका:मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.सी. पाण्डेय ने निभाया डॉक्टर धर्म।




आगरा, हि वार्ता।

डाक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है और क्यों न कहा जाय भगवान ने हमें पैदा जरुर किया है मगर हमारे जीवन को हमेशा ही मौत के मुँह से निकालकर लाने वाले डाक्टर्स ने अनेको बार हमें नया जीवन दिया है और हम ये शान से कह सकते हैं कि डाक्टर्स हमारे लिए हमेशा ही भगवानका रूप बनकर हमें जीवन दान देते रहे हैं । 

इन्हीं भगवान के रूपों में से एक रूप जिन्होंने ये चरितार्थ कर दिया कि वास्तव में डाक्टर भगवान का दूसरा रूप हैं । उन्हीं भगवान के एक रूप है जनपद आगरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर. सी. पाण्डेय ।

जब जनपद आगरा को  कोरोना महामारी  ने पूरी तरह अपने आपनी आगोस में ले लिया था जब जब कोरोनो के मरीजों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही थी और थमने का नाम नहीं ले रही थी उस समय आगरा को आवश्यकता थी एक अच्छी सूझबूझ और कुशल नेतृत्व वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जनपद को इस महामारी से कंट्रोल करने में सक्षम हो और केवल विभाग ही नहीं अपितु समाज , प्रशासन और पुलिस के साथ एक सामजस्य बैठाकर इस महामारी को नियन्त्रित कर सके ।

डा. आर .सी. पाण्डेय को उस समय जनपद आगरा का मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाकर लाया गया ।


डॉ. आर.सी. पाण्डेय ने एक अच्छे अधिकारी की भूमिका निभाई और कोरोना के मरीजों को सही और समय पर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराकर अपना डॉक्टर धर्म निभाया तो निभाया ही साथ ही रिकोर्ड सैंम्पल कराकर जो मरीज समाज में छिपे हुए थे उनकी पहचानकर कोरोना के मरीजों को वहीं स्वस्थ कराने का भी काम किया ।

मरीजों को क्वारनटाइन और होम क्वारनटाइन कराकर उनके घरों में रहकर ही स्वस्सथ कराया जिसमें आगरा के विभिन्न समाज सेवकों स्वयं सेवी संस्थायों का भी सहयोग प्रापत कर जनपद को कोरोना से उभारने का काम किया डा. आर. पाण्डेय के नेतृत्व में काम करने वाली सैंम्पल टीम,आर.आर.टीमों में कुशलतम व्यक्तियों को जिम्मेदारी सौप कर अपनी नेतृत्व शैली का परिचय भी दिया ।


वर्ष 2020 में जब आगरा में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे थे, तब आगरा में डॉ. आरसी पांडेय ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने पहली लहर में जनपद में कोरोना के संक्रमण को कंट्रोल किया। इसके साथ ही विभाग की व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया। 

सीएमओ ने कोविड-19 की स्थितियां ठीक होने के बाद अन्य योजनाओं का भी ध्यान रखते हुए स्वास्थ्य इकाइयों पर अन्य सेवाएं शुरू करवाईं। कोविड प्रोटोकॉल के साथ ओपीडी सेवाएं शुरू कराईं। इससे जनपद में नॉन कोविड रोगों से जूझ रहे मरीजों को राहत मिल सकी। 


कोविड की दूसरी लहर में भी सीएमओ ने विभाग के कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा रखा। उन्होंने खुद फील्ड पर उतकरकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का काम किया। इससे स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी कोविड महामारी को रोकने के लिए प्रेरणा मिली। उन्होने दूसरी लहर में सीधे मरीजों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान किया। 

कोविड वैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने में भी सीएमओ डॉ. पांडेय ने मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने जनपद में शुरू होने वाले कोविड टीकाकरण के लिए स्टाफ को शासन से आई गाइडलाइन के अनुरूप प्रशिक्षण दिलवाया। इसके पश्चात सफल ड्राई रन कराने के बाद कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कराया। उन्होंने शुरुआत में खुद अगुवा बनकर अपना टीकाकरण कराया, ताकि अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी अपना टीकाकरण कराएं। इसके बाद दूसरे व तीसरे चरण में जनप्रतिनिधियों से आग्रह करके लोगों को कोविड टीकाकरण के प्रति जागरुक किया। 

सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकना और जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को आम लोगों तक सुदृढ़ तरीके से पहुंचाना ही उनका लक्ष्य है।