111 वर्षीय महामण्डलेश्वर स्वामी श्री विज्ञानानन्द जी महाराज ,को ब्रजसाहित्य सेवा मण्डल ने किया सम्मानित।



हिन्दुस्तान वार्ता। मथुरा

वृन्दावन। रतनछतरी क्षेत्र स्थित गीता विज्ञान आश्रम में आश्रम के संस्थापक 111 वर्षीय महामंडलेश्वर स्वामी श्री विज्ञानानंद जी महाराज का उनकी अविस्मरणीय सेवाओं के लिए ब्रज साहित्य सेवा मण्डल के द्वारा सम्मान किया गया। 

ब्रज साहित्य सेवा मण्डल के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व संयोजक पण्डित बिहारी लाल वशिष्ठ ने महाराज श्री को राधा कृष्ण का चित्रपट, अभिनंदन पत्र एवं ठाकुर जी का पटुका प्रसादी माला व प्रसाद भेंट करके उनका सम्मान व अभिनंदन किया। 

ब्रज साहित्य सेवा मण्डल के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद जी महाराज आज भी अपनी 111 वर्ष की आयु में नित्य प्रति अपने भक्त श्रद्धालुओं को दिव्य साधनात्मक ब्रह्मज्ञान देकर उनका कल्याण कर रहे हैं। उसके अलावा वह श्रीमद्भवतगीता एवं वेदों पर भी अपने प्रवचन देकर सबका कल्याण कर रहे हैं। वह योग एवं संगीत के भी प्रकाण्ड विद्वान हैं। वस्तुतः एक ऐसे परमज्ञानी सन्त हैं,जैसे कि आज कल प्रायः नही मिलते। 

महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसा ग्रन्थ है जिसकी प्रासंगिकता आज भी संसार में विद्यमान है। इसके अनुसार आचरण करने से व्यक्ति अपने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफल हो सकता है। यदि हम लोग इस ग्रन्थ के उपदेशों को आत्मसात करलें तो हम सभी के जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान हो सकता है। 

इस अवसर पर स्वामी लोकेशानंद महाराज, युवा साहित्यकार राधाकांत शर्मा, चित्रकार द्वारिका आनंद, श्याम जी महाराज, ब्रह्मचारी जी महाराज एवं मीराबाई मन्दिर के सेवायत प्रद्युम्न प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।