सिविल सोसायटी ऑफ आगरा की मुहिम,जनप्रतिनिधियों के लिए, "मेरी आवाज सुनो"




आगरा।हि. वार्ता

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा की मुहिम "मेरी आवाज सुनो" के तहत, पोस्टर के माध्यम से आगरा के जनप्रतिनिधियों को घेरा है। आगरा के सभी जनप्रतिनिधि भाजपा के है, सब बोलने से कतराते हैं, क्योंकि सब को अपना टिकट कटने का डर रहता है। आगरा की बहुत से समस्या हैं, जो जनप्रतिनिधि को मुखर हो कर पैरवी करनी चाहिए। वो होता नहीं।

आगरा के सांसद जो मंत्री भी हैं, अब देश के शीर्ष स्थान पर हैं। देखना है वो क्या करते हैं। ऐसा ही हाल विधायकों का भी।

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने उनकी पीर जानते हुए, सब जनप्रतिनिधियों से गुजारिश की है, के वो पहले अपनी पीर का ख्याल रखें और शहर के मुद्दे न उठाएं। जनता का क्या है, वो तो समस्या से झूजती रहती है। 

देखना है, विगत दिवस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो आगरा दौरे पर थे, के बयान के non परफॉर्मिंग विधायक और मंत्रियों का २०२२ चुनाव में टिकट कटेगा। का क्या होता है। आगरा के कितने जनप्रतिनिधि इस कसौटी पर खरे उतरते है? उनको टिकट कटने का भय है, इसलिए कार्य से ज्यादा गणेश वंदना पर समय बिताया।

मेरी आवाज़ सुनो मुहिम आगरा के वोटर्स को अपनी बात कहने का माध्यम है।