चुनाव को देखते हुए, नेशनल चैंबर ने कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मुख्यमंत्री से तुरन्त प्रारंभ करने की,की माँग।



- मिनी मेडिसिटी को तुरंत कैबिनेट से मंजूरी दिलाई जाए।

- गृहकर पर की जाये संपूर्ण ब्याज माफी।

- आईटी पार्क का निर्माण कार्य पूरा हो शीघ्र ।

- कैलाश मंदिर से ताजमहल तक यमुना नदी में शीघ्र कराइ जाये डिसिल्टिंग ।

- आगरा में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी/ लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाए प्रस्ताव ।

- इंटीग्रिटी मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में आगरा के लिए उपयुक्त उद्योगों को दिलाई जाए मंजूरी।

आगरा।हि. वार्ता (धर्मेन्द्र कु.चौधरी )

नेशनल चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि चूँकि यह चुनावी वर्ष है और चुनाव नजदीक हैं।  इसलिए चेंबर का  अनुरोध है कि आगरा में घोषित कुछ छोटी परियोजनाओं को कैबिनेट से शीघ्र मंजूरी दिलाकर चुनाव से पूर्व प्रारंभ करा दिया जाए। 

चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा की उत्तर प्रदेश सरकार ने एसएन हॉस्पिटल एवं लेडी लॉयल को मिलाकर 45 एकड़ भूमि में मिनी मेडिसिटी बनाए जाने का प्रस्ताव किया है ताकि यह मिनी एम्स का रूप ले सके और यहां गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ता इलाज मिल सके।  उनको दिल्ली न जाना पड़े।  यह प्रस्ताव कैबिनेट से मंजूरी के लिए गया हुआ है। अतः चेंबर द्वारा मुख्यमंत्री महोदय को अनुरोध किया गया है कि इस प्रस्ताव को शीघ्र मंजूरी दिलाई जाए जिससे मिनी मेडिसिटी का बनने का काम शीघ्र प्रारंभ हो सके। इसी प्रकार गृह  कर के संबंध में बताया कि नगर निगम द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को गृह कर पर संपूर्ण ब्याज माफी का प्रस्ताव नगर निगम से पास कराकर  शासन को भेजा है।    इस प्रस्ताव को भी कैबिनेट से पास होना है। अतः मुख्य मंत्री से अनुरोध है कि इसे  कैबिनेट में लाकर मंजूरी दिलाई जाए ताकि आगरा के उद्यमियों व् व्यापारियों को राहत मिल सके। 

चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि  आगरा में आईटी पार्क, (एसटीपीआई) सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ़ इंडिया  के द्वारा बनाया जा रहा है।  एसटीपीआई का निर्माण 2015 से कराया जा रहा है।  6 मंजिला पास इस आईटी पार्क में अभी तक 1 मंजिला इमारत भी पूर्ण नहीं हुई है।  चेंबर ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए जाएं कि इस बहुप्रतीक्षित आईटी पार्क के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराया जाए ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके और आगरा का प्रतिभा पलायन रुक सके।  आईटी पार्क आगरा के प्रतिभा पलायन को काफी हद तक रोकने में सहायक सिद्ध होगा।  

यमुना नदी में डिसिल्टिंग के लिए मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया गया है  कि चेंबर ने  बार-बार कैलाश से ताजमहल तक यमुना नदी में 8 से 10 फुट जमा कीचड़ को साफ़ कराने का अनुरोध किया है। चैम्बर के अनुरोध पर पहले एक ड्रेजर मशीन आगरा भेजी गई थी किंतु बाद में उसे लखनऊ वापस मंगा  लिया गया था।  माननीय मुख्यमंत्री महोदय को अनुरोध किया गया है कि शीघ्र से शीघ्र एक ड्रेजर मशीन आगरा भेज कर  कैलाश से ताजमहल तक यमुना नदी में 8 से 10 फुट कीचड़ को साफ कराया जाए ताकि आगरा में यमुना नदी में स्वच्छ जल भराव बना रहे। 

आगरा में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी /लॉ यूनिवर्सिटी के संबंध में चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहां है कि  आगरा उद्योग एवं व्यापर में लगी बंदिशों के  कारण रोजगार के आभाव में आगरा से  प्रतिभा पलायन बड़ी तेजी से हो रहा है और अगर यही हाल रहा तो एक दिन यह शहर बूढ़ों का शहर बनकर रह जाएगा।  अतः चेंबर माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध करता है कि प्रतिभा पलायन को रोकने के लिए आगरा में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी /लॉ  यूनिवर्सिटी की स्थापना अत्यंत आवश्यक है।  महोदय से अनुरोध है कि राज्य सरकार एक प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजे तो इस समस्या का समाधान शीघ्र हो सकता है। 

1050 एकड़ में इंटीग्रिटी मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर  की घोषणा का स्वागत करते हुए और उनके प्रति आभार प्रकट करते हुए माननीय मुख्य मंत्री से अनुरोध किया है कि इस परियोजना में आगरा के लिए उपयुक्त उद्योगों - 200 से 250 एकड़ में आईटी सिटी, 150 से 200 एकड़ में सोलर सिटी, 200 एकड़ में गारमेंट हब, फ़ूड प्रोसेसिंग एवं हेंडीक्राफ्ट हब आदि को मंजूरी दिलाई जाए। 

 चेंबर ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से अनुरोध किया है कि चूँकि  समय कम होने के कारण उनके हस्तक्षेप से ही ये  छोटी-छोटी योजनाएं शीघ्र प्रारंभ की जा सकती हैं।