वृन्दावन में स्वामी वामदेव धर्मार्थ औषधालय का शुभारंभ।


हिन्दुस्तान वार्ता।

वृन्दावन।चैतन्य विहार फेस-2 स्थित स्वामी वामदेव ज्योतिर्मठ में महामंडलेश्वर स्वामी अनन्त देव गिरि जी महाराज की सद्प्रेरणा से स्वामी वामदेव धर्मार्थ औषधालय का शुभारंभ स्वामी वामदेव जी महाराज के चित्रपट के समक्ष अनेक सन्तों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हो गया।

इस औषधालय में राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त विजयगढ़ के प्रख्यात आयुर्वेदाचार्य गोपाल शरण गर्ग प्रत्येक माह के दूसरे व चौथे रविवार को पूर्वान्ह 11 से 1 बजे तक रोगियों का परीक्षण कर उन्हें निःशुल्क औषधि वितरित किया करेंगे।

इस अवसर पर आयोजित सन्त विद्वत संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए श्री अखण्डानन्द आश्रम के महंत स्वामी महेशानंद सरस्वती ने कहा कि सेवा शब्द कहने में बहुत सरल है परन्तु व्यवहार में करपाना बहुत कठिन है।इस कठिन कार्य को करने का जो संकल्प वैद्य गोपाल शरण गर्ग ने लिया है वह प्रशंसनीय है।

गीता आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी अवशेषानंद गिरि जी महाराज व महामंडलेश्वर स्वामी चितप्रकाशानन्द जी महाराज ने कहा कि स्वामी वामदेव जी महाराज परम् भागवत व वीतरागी सन्त थे।उनके ज्योतिर्मठ से निःशुल्क चिकित्सा सेवा का जो प्रकल्प शुरू हो रहा है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम है।

वैष्णव कुलभूषण श्री फूलडोल बिहारी दास जी महाराज व महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद जी महाराज ने कहा कि वैद्य गोपाल शरण गर्ग आयुर्वेद के प्रकाण्ड विद्वान हैं।उनकी पिछली 3 पीढ़ियां आयुर्वेदिक चिकित्सा में रत हैं।ऐसे आयुर्वेद मनीषी के द्वारा वृन्दावन में अपने निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं देना प्रणम्य है। 

ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं डॉ. बसन्त यामदग्नि ने कहा कि आज के भौतिक व यांत्रिक युग में चिकित्सा का व्यवसाय अर्थ प्रमुख हो गया है। ऐसे में वैद्य गोपाल शरण गर्ग के द्वारा रोगियों का निःशुल्क परीक्षण करना और निःशुल्क औषधि वितरित करना देश व समाज की बहुत बड़ी सेवा है।

राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त वैद्य गोपाल शरण गर्ग (विजयगढ़) ने कहा कि मैं बड़भागी हूँ जो मुझे स्वामी वामदेव जी महाराज की चिकित्सा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ था।

उन्हीं के निर्देश पर मैंने वृन्दावन में निःशुल्क सेवा देने का संकल्प किया था।जो अब उनके आश्रम पर ही हर माह दूसरे व चौथे रविवार को हुआ करेगी। इस कार्य को करने से मुझको परम् सुख की अनुभूति होती है।

इस अवसर पर स्वामी भास्करानंद जी महाराज,स्वामी देवानन्द गिरि,ज्योतिषाचार्य बनवारीलाल गौड़,डॉ. उमेश चन्द्र शुक्ल,स्वामी लक्ष्मणानंद,प्रमुख समाजसेवी प्रदीप बनर्जी,सन्त केदार महाराज, आचार्य दीपक तिवारी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।आयुर्वेदाचार्य वैद्य गोपाल शरण गर्ग ने उद्घाटन समारोह में उपस्थित सभी संतो का शॉल ओढ़ाकर व प्रसाद भेंटकर कर स्वागत किया। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन ज्योतिर्मठ के प्रबंधक डॉ. उमेश चन्द्र शुक्ल ने किया।