श्रीमद भागवत कथा में हुए ब्रज के दर्शन गोवर्धन महाराज, जाके सिर पर मुकुट विराज रह्यो।
हिन्दुस्तान वार्ता।आदर्श नन्दन गुप्त
आगरा। बल्केश्वर के सकारात्मक भवन में हो रही श्री मद् भागवत कथा में रविवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। बताया गया कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, जो प्रगति मार्ग में अवरोध पैदा कर विनाश की ओर ले जाता है।
सकारात्मक फाउंडेशन व मोक्षधाम समिति की ओर से हो रही श्री मद भागवत सप्ताह में आचार्य राकेश शर्मा ने प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि देवराज इन्द्र को अहंकार हो गया कि प्रकृति का मै ही अधिष्ठाता हूं, इन बृजवासियों ने मेरी पूजा एक छोटे-से बालक के कहने पर न करके मेरा अपमान किया है। अब देखता हूं कि मेरे क्रोध से इनको कौन बचाएगा ? ब्रज में सात दिन तक घनघोर वर्षा की और जब बृजवासी घबराए तो उस बाल स्वरूप श्रीक्रष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी एक ऊंगली पर उठाते हुए उन बृजवासियों के जन-धन गौ धन की रक्षा की । देवराज इन्द्र के अहंकार को छिन्न-भिन्न कर दिया। इस प्रकार भगवान ने सन्देश दिया है कि जो राजा राजशासन को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं वह उनका भ्रम है। प्रजा की रक्षार्थ और प्रजा हित देशहित में जो कार्य करता है, वही श्रेष्ठ होता है। प्रजा का भी धर्म है कि वह उसका सम्मान करते हुआ उसके द्वारा निर्धारित मार्ग का अनुकरण करे । जैसे बृजवासियों ने बालकृष्ण भगवान का सहयोग करते हुए इन्द्र के अहंकार को नष्ट किया।
सभी ने गोवर्धन नाथ की गोबर से बनी प्रतिमा का पूजन किया। सभी ने गाया, गोर्वधन महाराज, जाके सिर पर मुकुट विराज रह्यो।
मुख्य यजमान अतुल गुप्ता ने श्रीमद् भागवत पुराण व व्यास पीठ का पूजन किया।
मुख्य अतिथि शिक्षाविद व सेंट एंड्रूज स्कूल के डॉक्टर गिरधर शर्मा थे। उन्होंने पूजन करके आरती उतारी।
आरती उतारने वालों में पार्षद अमित ग्वाला, नरेंद्र तनेजा, चंद्रेश गर्ग, वीके अग्रवाल, ममता सिंघल, रिंकू गर्ग, चंद्रभान कहरवार, रमन अग्रवाल, रवि चावला, सुरेश कंसल, विनीत अरोरा, नागेंद्र अगवाल, सोनू मित्तल, अतुल गर्ग, कृष्ण कुमार गुड्डू, विकास अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल, निशा सिंघल, नीरू शर्मा, कुमकुम उपाध्याय आदि थे।
सकारात्मक फाउंडेशन के अध्यक्ष चंद्रेश गर्ग के अनुसार कथा का समय दोपहर 1.30 बजे से शाम पांच बजे तक है।