जीवन मे उतारने लायक है। दस भव से कमठ का जीव मरुभूति के जीव को कष्ट देता रहा।





आगरा: बुधवार को श्री 108 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर शालीमार एनक्लेव कमला नगर में संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के सुयोग्य शिष्य अर्हं योग मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज  एवं मुनि श्री 108 चंद्र सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में कल्याण मंदिर स्तोत्र विधान का आयोजन किया गया| सर्वप्रथम प्रातः7:00 बजे भगवान पार्श्वनाथ का अभिषेक एवं शांतिधारा पूजन किया गया। इसके बाद मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज के द्वारा लिखित कल्याण मंदिर स्तोत्र विधान बड़े ही भक्ति भाव के साथ संगीतमय में संपन्न किया गया| मुनिराज का पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य मनोज जैन एवं सविता जैन परिवार को प्राप्त हुआ| इस अवसर पर मंडल पर मुख्य कलश स्थापना आगरा के मेयर नवीन जैन की धर्मपत्नी रेनू जैन पीएनसी के द्वारा किया गया| मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज ने धर्मसभा में संबोधित करते हुए कहा कि भगवान पा‌र्श्वनाथ का जीवन चरित्र अनुकरणीय व जीवन मे उतारने लायक है। दस भव से कमठ का जीव मरुभूति के जीव को कष्ट देता रहा,उपसर्ग करता रहा,दस भव तक मरुभूति के जीव ने जो समता पूर्वक कष्ट सहकर आत्म साधना में रत रहे। ऐसा समता भाव हमें अपने जीवन मे प्रकट करना चाहिए। मीडिया प्रभारी शुभम जैन ने बताया कि मुनि श्री प्रणम्य सागर जी महाराज ससंघ का मंगल विहार कल प्रातः7:00 बजे शालीमार जैन मंदिर से श्री 1008 नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कर्मयोगी कमला नगर के लिए होगा| इस कार्यक्रम में एस•बी•जैन,राजकुमार (गुड्डू), संजू गोधा,रूप सोन,नरेश कुमार जैन,राजू गोधा,मुकेश रपरिया, अजित जैन,अंकेश जैन,अार्जव जैन,सारांश जैन,शुभम जैन,वर्धन जैन,हार्दिक जैन,शशि जैन,ख्याति जैन,विनीत जैन,पुष्पा बैनाड़ा, समस्त शालीमार एनक्लेव कमला नगर के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।