अशिक्षा का अंधियारा मिटाने के लिए दीप जलाएं: नीरज नयन जी महाराज



हिन्दुस्तान वार्ता।

हमारी संस्कृति में प्रत्येक शुभ कर्म का शुभारंभ दीप जलाकर किया जाता है, दीप बुझाकर नहीं। अतः अपने जन्मोत्सव में जहां अशिक्षा व अभाव का अंधियारा मिटाने के लिए दीप जलाएं। तभी जन्मदिन सार्थक होगा।

महाराजा अग्रसेन भवन ,लोहामंडी में माधवी अग्र महिला मंडल द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस की कथा व्यास पीठ से पूज्य श्री नीरज नयन जी महाराज ने श्रवण कराई। उन्होंने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का सजीव वर्णन किया। महाराज श्री ने कहा कि जो अपने तन, मन, धन से सेवा भक्ति करे, वही आज के समय में धनवान व्यक्ति है। परमात्मा की प्राप्ति सच्चे प्रेम के द्वारा ही संभव है। पूतना चरित्र का वर्णन करते हुए महाराज ने कहा कि पूतना राक्षसी ने बालकृष्ण को उठा लिया और स्तनपान कराने लगी। भगवान श्रीकृष्ण ने स्तनपान करते-करते ही पूतना का वध कर उसका उद्धार किया। माता यशोदा जब भगवान श्री कृष्ण को पूतना के वक्षस्थल से उठाकर लाती है। उसके बाद गाय के गोबर, गोमूत्र आदि से भगवान को स्नान कराती हैं। इसका यह संदेश जाता है कि सभी को गौ माता की सेवा, गायत्री का जाप और गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए। गाय की सेवा से 33 करोड़ देवी-देवताओं की सेवा हो जाती है। कथा में गोवर्धन पूजन का प्रसंग भी बताया गया। ब्रज के लोकगीतों में पर श्रद्धालुओं ने नृत्य करके माहौल का उत्सवमय बना दिया। दैनिक यजमान रवि मित्तल व उषा, बीडी अग्रवाल (पुष्पांजलि), पुष्पा अग्रवाल,   राम रतन मित्तल, ओम प्रकाश गोयल,उर्मिला अग्रवाल, दीपा, वैभव, सीमा, संजय, ब्रजमोहन   सुरेशचंद, शशि अग्रवाल, शिवानी, राधा, सपना गोयल, बबिता, मीना, अर्चना, सीमा अग्रवाल आदि ने भागवत पुराण की आरती उतारी।