उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल ने दिया,मंडी शुल्क लगाये जाने पर ज्ञापन।

 


मुख्यमंत्री से की मांग खुदरा व्यापारियों पर अनावश्यक बोझ न बढ़ाये।

अन्य प्रदेशों में चला जायेगा व्यापार : आलोक दीक्षित।

एक देश एक टैक्स की हो व्यवस्था : आकाशदीप।

हिंदुस्तान वार्ता ।राजेश प्रजापति इटावा

इटावा: प्रदेश सरकार के मंडी विभाग द्वारा मंडी से बाहर व्यापार करने वाले सभी व्यापारियों पर पूर्व की भांति मंडी शुल्क लगा दिया गया है जिसके विरोध में उधोग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल उ.प्र. के प्रांतीय अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल के आव्हान पर इटावा कलेक्ट्रेट में व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष आलोक दीक्षित एवं जिला महामंत्री आकाशदीप जैन बेटू के नेतृत्व में एक सैकड़ा से अधिक व्यापारियों ने एकत्र होकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट क्षितिज श्रीवास्तव को सौपा। 

जिलाध्यक्ष आलोक दीक्षित ने बताया मौजूदा व्यवस्था के अंतर्गत स्टॉक पर मंडी शुल्क लगाया जाना है या नहीं लगाया जाना है के बारे में स्पष्ट आदेश नहीं है इससे प्रदेश में गल्ला, किराना, दाल, दलहन, तिलहन, गुड खांडसारी, लकड़ी व अन्य कृषि उत्पादों के थोक व खुदरा व्यापारियों पर अनावश्यक बोझ बढ़ेगा। जिला महामंत्री आकाशदीप जैन बेटू ने बताया मंडी से बाहर मंडी शुल्क लागू करने से खाद्यान्न के प्रोसीज में लगी दाल मिले,खांडसारी उद्योग, रोलर फ्लोर मिल्स व अन्य सभी खाद्यान्न प्रोसेसिंग इकाई आदि उद्योगों पर एक अनावश्यक बोझ बढ़ेगा जिससे उन्हें काम करने में कठिनाई होगी अन्य प्रदेशों से टैक्स संतुलन बिगड़ जाने पर उत्तर प्रदेश से ऐसे उद्योगों का पलायन होने की संभावना है। 

जिला कोषाध्यक्ष कामिल कुरैशी ने कहा मंडी शुल्क व्यय एवं उसका पालन करने में होने वाले खर्चे से बाजार में महंगाई बढ़ेगी जिसका बोझ आम जनता पर पड़ेगा मंडी शुल्क में प्रदेश व देश के बाहर से आने वाले माल मेवा, सुपारी काली मिर्च मसाले व दल्हन आदि व अन्य पर भी मंडी शुल्क आरोपित कर दिया जाएगा जबकि देश के अनेक राज्यों में प्रोसेसिंग इकाइयों पर मंडी शुल्क लागू नहीं है। व्यापारी नेताओ ने कहा जीएसटी लगाते समय सरकार ने वादा किया था अन्य सभी लोकल टैक्स समाप्त कर दिए जाएंगे जीएसटी मैं पर्याप्त कलेक्शन होने के बाद मंडी समिति जैसे कर को समाप्त कर प्रधानमंत्री की एक देश एक टैक्स का वादा पूरा किया जाये। ज्ञापन देने वालो में सौरभ दुबे, रजत जैन, वी.के.यादव, कफ़ील खान, राजेश यादव, अजीत कुमार, जैनुल आब्दीन, आरिफ अहमद, सैय्यद लकी, रामवीर सिंह यादव, अनवार हुसैन, रामसिंह सभासद, वीरू भदौरिया, उमाकांत दीक्षित, सिकन्दर वारिसी, एच.आर.मित्तल, विक्की गुप्ता, शिबू तौकीर, महेन्द्र सिंह, रफत अली, अमित त्रिवेदी, लखन सोनी, रिंकू त्रिवेदी, अमान खान आदि प्रमुख रहे।