फिराक गोरखपुरी की याद में,38 वें कुल हिन्द मुशायरे का आयोजन।

 




हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा : सामाजिक साहित्यिक संस्था चित्रांशी ने रविवार की रात फिराक गोरखपुरी (प्रोफेसर रघुपति सहाय) की याद में 38 वें कुलहिंद मुशायरे का आयोजन किया। 

होटल ग्रांड में हुए मुशायरे में विख्यात शायरों ने अपने कलामों से अमन का पैगाम दिया। देर रात तक फरमाइशों के दौर के बीच इरशाद- इरशाद की गूंज रही। 

इस अवसर पर 11वां चित्रांशी फिराक अवार्ड मंजर भोपाली को प्रदान किया गया। उन्हें ₹51,000 व प्रशस्ति पत्र दिया गया। संस्था के दिवंगत संस्थापक के सी श्रीवास्तव की स्मृति में के सी श्रीवास्तव अवार्ड बज़्म-ए- मैकश व यादगार-ए - आगरा के संरक्षक सैयद अजमल अली शाह को दिया गया। 

मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज इफाकत अली ने कहा कि भाषा किसी धर्म या जाति की मोहताज नहीं होती। अंग्रेजी के प्रोफेसर रघुपति सहाय ने फिराक उपनाम अपनाकर उर्दू शायरी की। 

संस्था के अध्यक्ष प्रोफेसर बृजेश चंद्रा ने कहा कि केसी श्रीवास्तव के निधन के बाद मुझे संस्था का अध्यक्ष चुना जाना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं कोशिश करूंगा कि इस जिम्मेदारी को पूरा करूं। उद्यमी नज़ीर अहमद, अरुण डंग, डी. वीएन कौशल , शिवराज यादव, डॉक्टर त्रिमोहन तरल, तरुण पाठक ,जी डी शर्मा , सिराज कुरैशी, अब्दुल कुद्दूस खान, कर्नल जीएम खान, अभिनय प्रसाद, महेश धाकड़, सुनील श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। 

अतिथियों का स्वागत हरीश चिमटी ने और संचालन एडवोकेट अमीर अहमद ने किया।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।