लोक कल्याण के लिए,अवतरित हुए थे, ब्रह्मर्षि देवरहा बाबा : योगीराज देवदास महाराज

 


हिन्दुस्तान वार्ता ।

मांट (मथुरा)। डांगोली स्थित देवरहा बाबा समाधि स्थल पर ब्रह्मर्षि योगी सम्राट देवरहा बाबा का त्रिदिवसीय 32 वां योगिनी एकादशी वार्षिक पुण्यतिथि महोत्सव अत्यंत श्रद्धा व धूमधाम से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ प्रारम्भ हो गया है। 

इंटरनेशनल देवरहा दिव्य फाउंडेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में योगीराज देवदास महाराज (बड़े सरकार) ने ब्रह्मलीन देवरहा बाबा महाराज की प्रतिमा व उनकी समाधि का वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पंचामृत से अभिषेक किया। साथ ही उन्होंने इस अवसर पर आयोजित संत - विद्वत सम्मेलन में कहा कि हमारे सदगुरुदेव देवरहा बाबा महाराज युगपुरुष थे। देश व समाज के लिए उनके एक नही अपितु अनेकों कीर्तिमान हैं। पृथ्वी पर उनका अवतरण लोककल्याण के लिए हुआ था। 

ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा ने कहा कि हमारे सदगुरुदेव देवरहा बाबा महाराज समन्वयवादी व अत्यंत चमत्कारी संत थे। इसीलिए उनके दर्शन के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का तांता लगा रहता था।मेरी पांच पुश्तों पर बाबा महाराज की कृपा थी। उन्होंने मुझे गुरु दीक्षा में "शैलेश" नाम दिया था। मैं जिन दिनों मथुरा का पुलिस अधीक्षक था, उन्होंने तभी यह भविष्यवाणी कर दी थी कि मुझे एक बार पुनः ब्रज की सेवा के लिए ब्रज में आना पड़ेगा। जो कि आज अक्षरशः सत्य है। 

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि योगी सम्राट देवरहा बाबा महाराज ने अपनी दिव्य व आलौकिक शक्तियों से प्रकृति तक पर विजय प्राप्त की हुई थी। मैं बड़भागी हूं,जो मुझे उनके दर्शन करने व उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सुअवसर कई बार प्राप्त हुआ। 

श्रीराधा उपासना कुंज के महंत बाबा संतदास महाराज ने कहा कि योगीराज देवरहा बाबा महाराज पहले देश के विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग महीनों में अलग-अलग जगह मचान बनाकर रहा करते थे। परन्तु बाद में वे राधा-कृष्ण के स्वप्नादेश पर स्थाई रूप से ब्रज में ही यमुना किनारे मचान बनाकर रहने लगे। 

उन्होंने यहां रहकर असंख्य व्यक्तियों का कल्याण किया।

ब्रज अकादमी की सचिव साध्वी डॉ. राकेश हरिप्रिया ने कहा कि ब्रह्मर्षि देवरहा बाबा महाराज को सभी संप्रदायों के संत, संत शिरोमणि माना करते थे।उन्होंने न केवल मनुष्यों पर अपितु पशु-पक्षियों व जीव-जंतुओं आदि पर भी अपनी कृपा की।

संत-विद्वत सम्मेलन में पीपाद्वाराचार्य जगद्गुरु बलरामदास देवाचार्य महाराज, श्रीमहंत फूलडोल बिहारी दास महाराज, महंत लाड़िली शरण महाराज, बेरियावन महाराज, प्रख्यात भजन गायक नंदू भैया, बिहारीदास भक्तमाली, भागवताचार्य श्याम सुंदर पाराशर, महामंडलेश्वर राधाप्रसाद देव जू महाराज,महंत मोहिनीबिहारी शरण महाराज,महंत अमरदास महाराज, महंत हरीबोल बाबा महाराज, महंत रमणरेती दास महाराज,शिवदत्त प्रपन्नाचार्य महाराज, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, संत सेवानंद ब्रह्मचारी,रामकल्याण दास महाराज आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 

इस अवसर पर विजय पहलवान, नरेश गुप्ता, मुकेश पाण्डेय, योगेश शर्मा, मोहित, हरेकृष्ण गोयल, महेश सिंहल आदि की उपस्थिति विशेष रही। संचालन सेवानंद ब्रह्मचारी ने किया। 

पुण्यतिथि महोत्सव में महामंडलेश्वरों व महंतों का सम्मान महोत्सव के संयोजक योगीराज देवदास महाराज (बड़े सरकार) एवं ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा के द्वारा किया गया। साथ ही संत, ब्रजवासी,वैष्णव सेवा एवं समष्टि (झंरा) भंडारा भी हुआ। जिसमें हजारों व्यक्तियों ने भोजन - प्रसाद ग्रहण किया।

रिपोर्ट:ठाकुर धर्म सिह ब्रजवासी