अनेकानेक सद्गुणों की खान थे संत प्रवर मोहिनी महाराज।

 




हिन्दुस्तान वार्ता।

वृन्दावन। मधुवन कॉलोनी स्थित श्री मौनी बाबा आश्रम में श्री मोहिनी महाराज आश्रम सेवा ट्रस्ट के द्वारा ब्रह्मलीन मोहिनी महाराज (मौनी बाबा) का पुण्य तिथि महोत्सव विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ जगद्गुरु पीपाद्वाराचार्य बाबा बलरामदास देवाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में सम्पन्न हुआ। 

इस अवसर पर आयोजित संत-विद्वत सम्मेलन में जगद्गुरु पीपाद्वाराचार्य बाबा बलरामदास देवाचार्य महाराज ने कहा कि संत प्रवर मोहिनी महाराज श्रीधाम वृन्दावन के प्राचीन स्वरूप के परिचायक व भगवतप्राप्त संत थे।उन्होंने आजीवन वैराग्यमय जीवन जिया। 

संयोजक आचार्य पुरुषोत्तम पाराशर व आचार्य कमल सागर महाराज ने कहा कि हमारे सदगुरुदेव मोहिनी महाराज जैसी पुण्यात्माओं का तो अब युग ही समाप्त होता चला जा रहा है। उन जैसे नाम निष्ठ व धाम निष्ठ संतों के दर्शन अब इस संसार में कम ही देखने को मिलते हैं।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व डॉ. राधाकांत शर्मा ने कहा कि संत शिरोमणि मोहिनी महाराज सहजता,सरलता, उदारता व परोपकारिता आदि की प्रतिमूर्ति थे।यदि हम लोग उनके किसी एक गुण को भी अपने जीवन में धारण कर लें, तो हम सभी का कल्याण हो सकता है।

हरियाणा कॉपरेटिव सोसाइटी, चंडीगढ़ के डिप्टी रजिस्ट्रार महावीर शर्मा व हरियाणा के डिस्ट्रिक एटॉर्नी जयवीर सिंह वर्मा ने कहा कि हमारे सदगुरुदेव मोहिनी महाराज अनेकानेक सद्गुणों की खान थे। वह ऐसी दिव्य मानस मूर्ति थे, जिनके दर्शन मात्र से जीव का कल्याण हो जाता था।

इस अवसर पर विश्वशांति हेतु वृहद महायज्ञ,सुमधुर भजन संध्या,अखंड श्रीरामचरित मानस पाठ एवं संत-ब्रजवासी- वैष्णव सेवा व समष्टि (झंरा) भंडारा आदि के कई कार्यक्रम हुए।महोत्सव में हरीदासी संत रासबिहारी दास महाराज, श्रीमती सविता शर्मा,श्रीमती किरण बाला,आचार्य अभिषेक मिश्रा,भजन गायिका राधा मिश्रा,गौरांगबाबा , राजपाल,बृजेंद्र व अजय आदि की उपस्थिति विशेष रही। संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।


रिपोर्ट:-ठाकुर धर्म सिह ब्रजवासी