वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के अंर्तराष्ट्रीय शिक्षा मंत्री के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने किया, एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा।




 

हिन्दुस्तान वार्ता।नोयडा

एमिटी विश्वविद्यालय की शिक्षण और शोध के संर्दभ में जानकारी प्राप्त करने और आपसी शैक्षिक साझेदारी का विकास करने के लिए आज वेर्स्टन ऑस्ट्रेलिया सरकार के अंर्तराष्ट्रीय शिक्षा मंत्री श्री डेविड टेंपलमेन और ऑस्ट्रेलिया के ज़ूडांलूप शहर की डिप्टी मेयर सुश्री क्रिस्टिन हैमिलटन के नेतृत्व में 12 अकादमिक, सरकारी और औद्योगिक सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह और एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया के जोंडालूप इनोवेशन सेंटर में एमिटी विश्वविद्यालय की भागीदारी का शुभांरभ किया गया।

वेर्स्टन ऑस्ट्रेलिया सरकार के अंर्तराष्ट्रीय शिक्षा मंत्री श्री डेविड टेंपलमेन ने सबोधित करते हुए कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षण और शोध के क्षेत्र में की गई अभूतपूर्व प्रगति ने हमें प्रभावित किया है। एक शिक्षण पृष्ठभूमि से आने के कारण मै सम्मानित एमिटी विश्वविद्यालय और इनके संकाय की शिक्षा, समर्पण और प्रतिब़द्वता के महत्व को समझता हंू। पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय एमिटी के साथ सहयोग करना चाहते है और विज्ञान प्रौद्योगिकी, अनुसंधान, नवाचार, व्यापार और वित्त के क्षेत्रों में रणनीतिक गठबंधन बनाना चाहते है। शिक्षा, विकास का मुख्य माध्यम है और आपके द्वारा शोध व नवाचार के क्षेत्र में किया जा रहा निवेश आपके छात्रों के विकास हेतु लाभदायक होगा। ऑस्ट्रेलिया के संस्थानों और एमिटी विश्वविद्यालय के मध्य सहयोग दोनो संस्थानों के छात्रों को वैश्विक अनवारण के नये अवसर प्रदान करेगा।

ऑस्ट्रेलिया के ज़ूडांलूप शहर की डिप्टी मेयर सुश्री क्रिस्टिन हैमिलटन ने कहा कि एमिटी के साथ साझेदारी उन तीन सबसे महत्वपूर्ण साझेदारियों में से एक है जो ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों ने भारतीय संस्थानो के साथ बनाई है। इस सहयोग के माध्यम से, वैश्विक प्रतिभा का प्रदर्शन और पोषण किया जाएगा और अनुसंधान सहयोग के नए क्षेत्रों के साथ अन्य क्षेत्रों में भागीदारी का पता लगाया जाएगा।

एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रतिनिधिमंडल के भ्रमण के अंर्तगत विभिन्न ऑस्ट्रेलियन संस्थानो के साथ आपसी सहयोग जैसे छात्र एक्सचेंज कार्यक्रम, संयुक्त उपाधि और संयुक्त पीएचडी मार्गदर्शन, लघु अवधि के पाठयक्रमों के छात्रों को एक दूसरे संस्थान में आवागमन, संयुक्त शोध व नवाचार कार्यक्रम,संयुक्त प्रोजेक्ट आदि संभावनाओं पर विचार किया जा सकता है। एमिटी विश्वविद्यालय भी ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों में अपना परिसर स्थापित करना चाहेगा और एमिटी विश्वविद्यालय के भीतर अपना परिसर स्थापित करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों का स्वागत करता है। डा शुक्ला ने कहा कि आपसी सहयोग की कई संभावनाए है जिसमें अवसरों को प्राप्त कर सकते है। 

इस अवसर पर एमिटी ग्रुप वसिस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने जानकारी देते हुए एमिटी -ऑस्टेलिया के संबध को बताते हुए एमिटी से सबसे अधिक भारतीय छात्र पिछले तीन सालों में ऑस्ट्रेलिया गये है और न्यू कोलंबो प्लान के अंर्तगत सबसे अधिक छात्र ऑस्टेलिया से आये है। एमिटी और ऑस्ट्रेलियन विश्वविद्यालयों के मध्य कई शोध श्रृखंला है। इस दौरान उन्होनें नई शिक्षा नीति से भारत और ऑस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों के अवसरों को भी बताया।

एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती नें कहा कि यह केवल दो संस्थानों का आपसी सहयोग नही होगा बल्कि इससे दो लोकतांत्रिक देशो के मध्य भी रिश्ते मजबूत होगें। इस दौरान उन्हानें एमिटी विश्वविद्यालय में चल रहे शिक्षण कार्यक्रमों और शोध कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। 

इस उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के वाइस चांसलर प्रो अमित चाकमा, साउथ एशिया गर्वरमेंट ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के एजुकेशन के निदेशक श्री जमाल कुरैशी, कर्टिन विश्वविद्यालय के श्री क्रिस लॉरेंस, यूडब्लूए स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एवनायंरमेंट की एसोसिएट प्रोफेसर डा परविंदर कौर, पर्थ स्टूडेंट एंबेसडर श्री द्विग गुप्ता सहित कई अन्य शामिल थे।

इस अवसर एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय, एमिटी फांउडेशन फॉर साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन एलायंस के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डा ए च्रकवर्ती सहित एमिटी विश्वविद्यालय के कई वैज्ञानिक और अधिकारी उपस्थित थे।