12 हजार घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, विद्या भारती से जुड़े 17 विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ।




-आगरा के दो दर्जन प्रमुख क्षेत्रों में निकालेंगे तिरंगा यात्रा, जन-जन को देंगे घर पर तिरंगा लगाने का संदेश।

शिक्षा के साथ भारतीय जीवन मूल्यों के नैतिक संस्कार दे रही विद्या भारती: राकेश गर्ग

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। आजादी की 75 वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रेरणा से हर घर तिरंगा अभियान पूरे देश में चल रहा है। इस क्रम में, अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान विद्या भारती के अंतर्गत सरस्वती शिक्षा परिषद आगरा महानगर से जुड़े 17 विद्यालयों के विद्यार्थी ताजनगरी के 12 हजार घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। 

       10 से 14 अगस्त तक कमला नगर, बल्केश्वर, विजय नगर, सुभाष पार्क, तहसील मार्ग, आगरा कैंट, शास्त्रीपुरम,  महर्षि पुरम्, दयालबाग और जमुना ब्रिज सहित आगरा के दो दर्जन प्रमुख क्षेत्रों में स्कूली बच्चे तिरंगा यात्रा निकालकर आगरा के जन-जन को अपने घर पर तिरंगा लगाने का संदेश देंगे। 

   मंगलवार दोपहर कमला नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में सरस्वती शिक्षा परिषद आगरा महानगर के अध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राकेश गर्ग ने उक्त जानकारी पत्रकारों को दी।  राकेश गर्ग ने कहा कि इससे लोगों में देशभक्ति की भावना का संचार होगा और तिरंगे को लेकर उनमें और समझ विकसित होगी।

 उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती के पूरे देश में औपचारिक और अनौपचारिक मिलाकर कुल 24 हजार विद्यालय संचालित हैं। इनमें ढाई लाख शिक्षकों के माध्यम से 36 लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सारे स्कूलों में वैक्सीनेशन हो चुका है। 

हमारी शिक्षा पद्धति अंग्रेजी स्कूलों को मात दे रही है। हमारे यहाँ शिक्षा के साथ-साथ भारतीय जीवन मूल्यों के नैतिक संस्कार बच्चों को प्रदान किए जाते हैं। 

  साथ ही उनको खेलों और सांस्कृतिक अभिरुचियों के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है। इसी का परिणाम है कि अभी गणेश राम नागर कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान की गतिविधि में सहभागिता करने का अवसर प्राप्त हुआ। 

     प्रेस वार्ता में सरस्वती शिक्षा परिषद आगरा महानगर के मंत्री कौशल कुमार शर्मा, सरस्वती विद्या मंदिर कमला नगर के प्रबंधक वीके गोयल, प्रधानाचार्य कृष्ण कांत द्विवेदी और गणेश राम नागर कन्या इंटर कॉलेज की प्रबंधक श्रीमती श्रुति सिंघल प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।