भोग-विलास के लिए नहीं,अपितु दुख- सुख बाँटने के लिए चाहिए जीवन साथी:सीनियर सिटीजन।

 





- यूपी, बिहार, गुजरात सहित छह राज्यों से 60 स्त्री-पुरुष खोजने आए जीवन का 'सहारा'।

-50 प्लस अनुबंध फाउन्डेशन ने होटल स्विस ग्रांड में किया सीनियर सिटीजंस के लिए निशुल्क परिचय सम्मेलन, अकेलेपन को दूर करने की नेक पहल को मिली सराहना।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। 50 प्लस अनुबंध फाउन्डेशन द्वारा सोमवार को फतेहाबाद रोड स्थित होटल स्विस ग्रांड में सीनियर सिटीजन्स के लिए निशुल्क परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया। 

  सम्मेलन में आगरा, मथुरा, अलीगढ़, मेरठ, फिरोजाबाद, गुड़गांव के अलावा दिल्ली, जयपुर, मुंबई, भरतपुर और मेहसाणा (गुजरात) सहित छह राज्यों के 50 से 80 वर्ष के आयु वर्ग में 60 स्त्री-पुरुषों ने जीवन का सहारा खोजने के लिए सहभागिता की। 

   मंच से सबकी जाति, आयु, शिक्षा, पारिवारिक पृष्ठभूमि, आय, वैवाहिक स्थिति आदि का संपूर्ण परिचय दिया गया। उम्र के इस पड़ाव पर जीवन के उत्तरार्ध में अकेलापन दूर करने की इस मुहिम को सबकी सराहना मिली।

   इससे पूर्व, पूर्व विधायक महेश गोयल, समाजसेवी भगवानदास बंसल सेवला और अनुबंध फाउंडेशन के संस्थापक नटूभाई पटेल (अहमदाबाद) ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान हेल्प आगरा के मुकेश जैन और रवि बंसल भी मौजूद थे। अध्यक्ष जगदीश मित्तल, महासचिव विजित गुप्ता और पूजा बंसल ने संचालन किया।

इन्होंने सँभाली व्यवस्थाएँ..

 जगदीश मित्तल, उमेश गोयल 'धर्म', विजित गुप्ता, संजीव मित्तल, नवनीत गर्ग, अनुपम बंसल, विशाल सक्सेना, चंद्रमोहन जिंदल, पवन मित्तल (बंटी भाई), साधना मित्तल, अंशुल गुप्ता, पूजा बंसल, मोनिका अस्थाना, पूजा मित्तल, संगीता गोयल, बबीता गर्ग, निशा मित्तल और मंजू जिंदल।

झिझक छोड़ें: महेश गोयल।

सम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक महेश गोयल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि लोग क्या कहेंगे, इसकी परवाह न करें। झिझक छोड़ें और अपने लिए जीवनसाथी खोजने के लिए आगे आएँ। अगर आप खुश रहेंगे तो दूसरों को भी खुशी दे सकेंगे

-डिप्रेशन का कारण है अकेलापन।

सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि भगवान दास बंसल (सेवला) ने कहा कि अकेलापन जिंदगी को खोखला कर देता है। इससे डिप्रेशन बढ़ता है। उम्र के हर पड़ाव पर जीवन साथी बेहद जरूरी है।

-सत्यमेव जयते ने बढ़ाए हाथ..।

विशिष्ट अतिथि समाजसेवी मुकेश जैन ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है। सत्यमेव जयते संस्था भी इस दिशा में अनुबंध फाउंडेशन की पूरी मदद करेगी।

-वृद्धाश्रम से अच्छा गृहस्थाश्रम..।

आमिर खान के टीवी शो सत्यमेव जयते में अपनी इसी मुहिम के लिए सराहना पा चुके अनुबंध फाउंडेशन के संस्थापक नटूभाई पटेल (अहमदाबाद) ने कहा कि हम समाज की सोच बदलने की पहल कर रहे हैं। दुख-सुख बाँटने के लिए शादी करवाते हैं। हमारा मानना है कि वृद्धाश्रम से अच्छा गृहस्थाश्रम है। 

 उल्लेखनीय है कि नटूभाई पटेल अनुबंध फाउंडेशन के बैनर तले अब तक 188 लोगों की शादी करवा चुके हैं। यह उनके निर्देशन में 70 वाँ परिचय सम्मेलन है।

-नहीं चाहिए भोग-विलास..।

सम्मेलन में अपने लिए जीवन साथी तलाश करने आए 79 वर्ष के वृद्ध कृष्ण कुमार ने मंच पर अपने परिचय के बाद कहा कि मुझे भोग विलास के लिए नहीं, दुख सुख बाँटने के लिए सहारा चाहिए।

-नहीं टूटी हिचक..।

सम्मेलन के अंत तक महिलाओं की हिचक नहीं टूटी। परिचय सम्मेलन में 50 पुरुषों और 15 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। पुरुष तो सभी आए लेकिन महिलाएँ केवल आठ ही आईं। यही नहीं कार्यक्रम स्थल पर भी महिलाएं फोटो खिंचवाने और मीडिया कवरेज से हिचकती रहीं। फिर भी सभी ने उपस्थित महिलाओं के साहस भरे फैसले की सराहना की।