आगरा के ऐतिहासिक घटिया चौराहे पर मना आज़ादी का अमृत महोत्सव।





- निवासियों ने चौराहे की महत्वता का शिलालेख और  "चौराहा दिन " का उत्सव मनाने का आगाज किया। 

हिन्दुस्तान वार्ता। आगरा

15 वीं शताब्दी से आगरा शहर कि सीमा चारसू गेट तक होती थी, अब गेट के स्थान पर पुलिस चौकी बन गयी है। जब अंग्रेज़ो ने 1912 मे  रेलवे लाइन डाली और सुरंग बनाई तब ,घटिया चौराहे कि स्थापना हुई। उसके बाद शहर का विकास चारसू गेट से आगे निकला। जानकार बताते हैं 1912 से पहले सड़क आज कि तरह नहीं थी। 110 साल पहले विकसित चौराहा, आगरा शहर के विकास का अहम गवहा है। 

15 अगस्त ,2022 कि पहली दस्तक 12.05 मिनट पर चौराहे पर देश का ध्वज आरोहण कर निवासी, दुकानदार और घटिया ए के चौराहा ट्रेफिक कमेटी के सदस्यों ने अमृत महोत्सव का शुभ आरंभ किया। समिति के अध्यक्ष श्री शिरोमणि सिंह -नगर निगम पार्षद, श्री टोनी उपाध्यक्ष , सचिव श्री अनिल शर्मा और अन्य ने ध्वज आरोहण किया। 

इस अवसर पर बोलते हुए घटिया ए के चौराहा ट्रेफिक कमेटी के अध्यक्ष श्री शिरोमणि सिंह -नगर निगम पार्षद ने कहा कि जल्दी ही नगर निगम में प्रस्ताव रख कर इस ऐतिहासिक चौराहे कि महत्वता का शिलालेख लगवाएंगे और इतिहासकारों से चर्चा कर साल के एक दिन "चौराहा दिन " का उत्सव भी करेंगे। 

सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि - अब समय आ गया है कि पुलिस और सिविल सोसाइटी को एक साथ मिल कर कार्य करने होंगे। सिर्फ 15 अगस्त ही नहीं, अपितु हर महीने कार्यक्रम कर समन्वय बना कर क्षेत्र कि समस्याओं को सुलझाना होगा। तभी शहर का विकास और समस्याओं का निदान होगा और सही मायने मे हम आज़ादी के  महोत्सव को जमीनी स्तर पर क्रियान्वन कर पाएंगे। 

पिछले कई सालों से समिति 15 अगस्त को ध्वज आरोहण और 26 जनवरी को चौराहे पर ध्वज फहराने का उत्सव दिन के पहले पहर .05 पर कर रही है। 15 अगस्त 1947 में ध्वज आरोहण " नेहरू जी ने ध्वज आरोहण स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट पर किया था", 2011 के फ्लैग एक्ट में संशोधन के बाद , देश का झंडा कभी भी प्रोटोकॉल के साथ आरोहण और फहराया जा सकता है।

सुबह 10.30 बजे घटिया आज़म खान पुलिस चौकी पर, चौकी प्रभारी श्री उदयविर सिंह और समस्त चौकी आरक्षियों ने  निवासी, दुकानदार और घटिया ए के चौराहा ट्रेफिक कमेटी के सदस्यों के साथ मिल कर ध्वज आरोहण किया। प्रमुख रूप से श्री शिरोमणि सिंह -नगर निगम पार्षद, श्री भारत भूषण गप्पी, श्री टोनी, श्री अनिल शर्मा, श्री ओम प्रकाश रोतेला आदि उपस्थित रहे।