22सितम्बर को नया इतिहास रचेगी यूपी विधानसभा।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।

लखनऊ:यूपी विधानसभा में पहली बार महिला विधायकों के लिए होगा विशेष सत्र का आयोजन। इस बाबत ''मिशन शक्ति' का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी महिला विधायकों और विधान परिषद की महिला सदस्यों को एक पत्र भेजा है।

लखनऊ विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन था। आज विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई, औपचारिक कार्य, अध्यादेश, अधिसूचनाओं नियमों को सदन के पटल पर रखा गया, इसके साथ ही विभिन्न विधेयकों को भी सदन के पटल पर रखा गया। आज सदन कि कारवाही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सदन में मौजूद रहेंगे। 

आज सदन में अखिलेश यादव ने कई सवाल उठाए।अखिलेश यादव ने स्वास्थ्य के मामलों को लेकर ऑक्सीजन न मिलने का सवाल उठाया, उन्होंने कहा कि आज दवाइयों का बड़े पैमाने का संकट है। बहुत जगहों पर समय पर ना तो इलाज ही मिल रहा है और ना ही स्ट्रेचर तक नहीं मिल पा रही है।

अखिलेश ने कहा कि निजीकरण के जरिए सरकारी संस्थाओं को बंद करने की कोशिश के साथ स्वास्थ्य सेवाएं भी धीरे-धीरे प्राइवेट की जा रहे हैं, जो बहुत चिंता का विषय है। विपक्ष के कानून व्यवस्था के सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार के कानून व्यवस्था में सख्ती के परिणाम से ही कि आज एनसीआरबी के आंकड़ों में उत्तरप्रदेश में अपराध में गिरावट आई है जो हमारी एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

विधानसभा में आज मुख्यमंत्री योगी ने सपा सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकार की स्वास्थ्य सुविधाएं नकारा साबित हुई थी, योगी सरकार ने  देश को फिर से संभाल लिया। मुख्यमंत्री योगी ने सदन ने  दावा करते हुरकहा की हमारी डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश की आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं देकर गंभीर रोगों से बचाया  कोरोना के 9 महीने बाद ही उसकी वैक्सीन भी देशवासियों को मुहैया करा दी, वहीं प्रदेश सरकार ने गोरखपुर मंडल के जनपदों में पूर्व में सैकड़ों की तादाद में लोग मरते थे, पर अब अकेले जो गोरखपुर जनपद में मात्र 40 जापानी इंसेफेलाइटिस और इंटेफलाइटिस्ट के मामले सामने आए हैं, इनमें एक की भी मौत नहीं हुई।

आज सपा के साथ लोकदल के भी सदस्य सदन में धरने पर बैठे। सपा विधायकों की मांग की की सपा के विधानसभा तक पैदल मार्च के आवाहन के दौरान, समाजवादियों को विधानसभा तक न पहुंचने देने पर पुलिस अधिकारी पीयूष  मोर्दिया को सदन में बुलाकर दंडित किया जाए।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)