विधि विधान के साथ 3022 अस्थियां, हाड़ गंगा में विसर्जित।

 




-अस्थि विसर्जन यात्रा का जगह जगह जोशीला स्वागत।

 -गंगा स्नान, ब्राह्मण भोज व भंडारा।

हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा-सोरों।

3022 मृतकों की अस्थियां आज  सोमवार को पूरी श्रद्धा व विधि विधान से सौरों स्थित हाड़गंगा में विसर्जित कर दी गई,तथा मृत आत्माओं की मुक्ति की कामना की गई। गंगा स्नान, ब्राह्मण भोज व भंडारा के साथ श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अष्टम अस्थि विसर्जन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

बजाजा सेवा सदन से अस्थि कलशों से सुसज्जित मुक्ति रथ  आज प्रातः ए. सी. बसों व अन्य गाड़ियों के काफिले के साथ सौरों के लिए रवाना हुआ। जिनमें  दर्जनों महिलाएं भी शामिल थी।  भजन कीर्तन करती चल रही अस्थि विसर्जन यात्रा को वाटर वर्क्स चौराहे पर बल्केश्वर मोक्षधाम समिति एवं सकारात्मक फाउन्डेशन ट्रस्ट ने शहर से अन्तिम विदाई दी।

विसर्जन यात्रा पर रास्ते भर पुष्प वर्षा व भव्य स्वागत किया गया। पहले तो लोगों की समझ नहीं आ रहा था कि मामला क्या है, एक साथ जा रही इतनी अस्थियों के बारे में जानकर हैरान हो जाते। अवागढ़ में व्यापार मंडल तथा चेयरमैन महेश पाल सिंह ने श्रंद्धाजलि अर्पित की।

एटा में प्रेस क्लब राम दरबार समिति,कपड़ा कमेटी, कासगंज ने स्वागत किया।सभी स्वागत स्थलों पर सुनील विकल, राजकुमार जैन ने आयोजकों को बजाजा कमेटी का स्मृति चिन्ह भेंट किया। 

कमेटी की ओर से मानव सेवा संस्कार समिति को जन सेवार्थ एक AC ताबूत भी भेंट किया गया। 

सोरों पहुंचते ही लोग आश्चर्यचकित रह गये। सारा माहौल कौतूहल सा नजर आने लगा। मानव श्रृंखला बनाकर अस्थि कलशों को गंगा में विसर्जित कर दिया गया। अनिल जिंदल, राजीव अग्रवाल, संजीव गुप्ता, संजय गुप्ता, राकेश कुमार अग्रवाल ने मुक्ति कामना की। व्यवस्था राहुल गुप्ता राधे, नवीन सिंघल, मनोज शर्मा,जलज गोयल, राजीव पोद्दार,रामकुमार आदि ने संभाली।

 रिपोर्ट-असलम सलीमी।