फतेहपुर सीकरी के हंसपुरा गाँव पहुँची स्वास्थ्य विभाग की टीम।

 



हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

फतेहपुर सीकरी गांव हंसपुरा में 12 सितंबर को दो बच्चों की बुखार के चलते मौत हो गई जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया। सूचना मिलते ही डॉ अभिषेक परिहार चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ गांव में पहुंचे और कैंप लगाया तथा बैंक के माध्यम से जांचें की गई गांव में स्वास्थ्य टीम ने दौरा कर बुखार जुखाम खांसी फैलने के कारणों का पता लगाया जिससे ज्ञात हुआ हंसपुरा मई दो नारी सिकरौदा आज क्षेत्र में जलभराव वह पानी निकासी की समस्या है। जिससे गंदे पानी का जमाव होने पर मच्छर रोग जनक कीटाणु उत्पन्न होते हैं।

गांव में शुद्ध पेयजल की सप्लाई ना होने के कारण भी मिले ,जिस कुएं से पानी जाता है कुए के आसपास भी गंदगी मिली। पशुओं के पानी पिलाने के सीमेंट टैंक खुले थे। कई दिन तक पानी भरे रहने पर डेंगू मच्छर का लारवा पनपता है। गांव में अधिकांशतः परिवार खुले शौच को आज भी जाते हैं। गांव में लाखों रुपए से निर्मित सामुदायिक शौचालय पर ताला लटका मिला तथा शौचालय जाने वाले रास्ते पर घास फूस बबूल खड़ी थी। जिससे प्रतीत होता है कि उसका प्रयोग नहीं होता। स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा लगभग एक से 31 महिला पुरुषों की जांच में पाया के वायरल बुखार वह खांसी से पीड़ित थे। लगभग 16 मरीजों के रेंडम जांच डेंगू मलेरिया व कोविड-19 गई जिसमें सभी नेगेटिव निकले।

स्वास्थ्य टीम में डॉ डीके सिंह चिकित्सा अधिकारी बीपीएम सतेंद्र पाल सिंह ने बताया कि गांव हंसराज से अश्वनी पुत्री सोहन सिंह 8 माह सुनैना पुत्री राजकुमार 3 वर्ष जिसको दो-तीन दिन से लगातार बुखार आ रहा था, उनको एसएन हॉस्पिटल आगरा रेफर किया है। एसएन हॉस्पिटल से भी टीम सैंपल लेने का कार्य कर रही है। डॉ अभिषेक परिहार ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए गांव में हेपेटाइटिस की जांच कराए जाने की आवश्यकता बताई है।गांव में  एक बच्चे की मृत्यु की सूचना मिली है किंतु उस बच्चे को पूर्व से और अतिरिक्त बीमारी होना बताया गया है।

रिपोर्ट-आर के लवानिया।