- स्वास्थ्य एक आधारभूत जरूरत।
- सिविल सोसायटी ऑफ आगरा स्टूडेंटों को जागरूक करेगी अपने "रीच टु स्कूल" कैम्पेन के तहत।
-रागेन्द्र स्वरूप पब्लिक स्कूल में लगा पहला शिविर कई डॉक्टरों की सहभागिता।
हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा:सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ,चिकित्सा शिविर, अपने "रीच टु स्कूल" कैंपेन के तहत - कई स्कूल में आयोजित करने को प्रयासरत है। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने कहा कि आवास विकास परिषद के सेक्टरों में 25 से अधिक स्कूल संचालित हैं। आवासीय योजना के रागेन्द्र स्वरूप पब्लिक स्कूल का अनुभव अच्छा रहा। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा का मानना है कि अब महानगर के अन्य आवासीय क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में स्वास्थ्य शिविर लगवाएंगे ।
उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए शिविर लगाना या नर्सिंग होम ,अस्पताल का भ्रमण करवाना अगर शिक्षा विभाग के कार्यक्रम में शामिल है,तो उन्हें विभाग से सहयोग करने को हमेशा उत्सुकता रहेगी।
रागेन्द्र स्वरूप पब्लिक स्कूल में आयोजित कैम्प में, बच्चों के डॉ अतुल बंसल (Pediatrician) और महिला डॉ आरुषि बंसल (Gynecologist) द्वारा स्वास्थ्य चेकअप ,दो दिवासीय कैंप के आखिरी दिन के कार्यक्रम में बताया कि
बच्चों में साफ-सफाई, आदत में शामिल करने को प्रेरित करते रहना चाहिए।कोरोना संक्रमण के दौर में सभी ने स्वास्थ्य को लेकर बनी चुनौती की स्थिति को समझा है। उपचार के लिये भी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को जरूरी माना गया।
आगे सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि आगरा में स्वास्थ्य शिविर लगाये जाने का सिलसिला लगातार चले और अधिक से अधिक स्कूल इसमें सहभागी हों।
कोशिश है कि अपने प्रयासों से स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य आंकड़ों को संग्रहीत करें और जब जरूरत हो तो उन्हें बच्चों के अभिभावकों द्वारा स्कूल प्रबंधन तथा प्रशासन के साथ युवा पीढ़ी को स्वस्थ रखने के लिये साझा करें ।
शिविर समापन के अवसर पर रागेन्द्र स्वरूप पब्लिक स्कूल की प्रिन्सिपल श्रीमती गुरलीन कौर ने सिविल सोसायटी ऑफ आगरा, डा. अतुल बंसल, डा. अरुषि बंसल का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि स्टूडेंटों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये उनका सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता हमेशा ही आवश्यक रही है।छोटी उम्र के बच्चों को स्वस्थ एवं साफ सुथरा रखना एक विशिष्ट चुनौती भरा है। अगर उनमें साफ रहने की आदत बचपन में ही डाली जा सके तो यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है।
सुश्री कौर ने कहा कि वह हमेशा बच्चों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का प्रयास करती रही हैं।उनका प्रयास है कि हर बच्चे का हेल्थ कार्ड हो,स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन का इसे लेकर अत्यंत सकारात्मक रूख है। उन्हें आशा जनक परिणामों के आने की उम्मीद है।उन्होंने नयी शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक एवं संवेदनाओं युक्त बनाना नयी नीति का भाग है। वह चाहेगी कि स्टूडेंट अस्पतालों ,मेडिकल कॉलेज का अध्ययन भ्रमण कर स्वस्थ रहने की जरूरत को समझें और अपने अनुभवों को दूसरों से साझा करें। उन्होने सिविल सोसायटी ऑफ आगरा से अपेक्षा की है, कि वह स्वास्थ्य कैंपों के आयोजन के लिए निरंतर प्रयास करेंगी।
दो दिवसीय कैंप में बच्चों के डॉ.अतुल बंसल और महिलाओं की, डॉ.आरुषि बंसल ने पूरे स्कूल के बच्चों का स्वास्थ्य संबंधित निरीक्षण किया। 22 अक्टूबर को जो अभिभावक अपने बच्चों और अपने स्वास्थ्य के संबंध में चर्चा करने के इच्छुक थे, उनसे भी चर्चा की। आखिरी दिन जेनोम डायग्नोस्टिक पैथोलॉजी ने हीमोग्लोबिन का फ्री टेस्ट किया।
कैंप आयोजन में स्कूल के टीचर्स और स्टाफ की सहभागिता रही। डॉ.अतुल बंसल, डॉ. आरुषि बंसल, डॉ. पंकज नगाइच, सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के अध्यक्ष शिरोमणि सिंह और सचिव अनिल शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-असलम सलीमी।