खुशहाल परिवार दिवस के अवसर पर, बताए गए परिवार नियोजन के फायदे:सीएमओ।

 


-लक्षित दंपति को अस्थाई साधनों व परिवार नियोजन के संबंध में दी गई विस्तृत जानकारी।

-खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन से परिवार नियोजन के साधनों को मिल रहा बढ़ावा।

-बास्केट ऑफ च्वॉइस के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों से कराया अवगत।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा, 21 अक्टूबर 2022। 

परिवार नियोजन के प्रति समुदाय में जागरुकता लाने के लिए जनपद की सभी शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य इकाइयों पर शुक्रवार को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। हर माह की 21 तारीख को इसका आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर बास्केट ऑफ च्वॉइस के माध्यम से लक्षित दंपति को परिवार नियोजन के अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन से परिवार नियोजन के साधनों को बढ़ावा मिल रहा हैँ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न अस्थाई साधनों को अपनाने के लिये प्रेरित किया गया। हर माह की 21 तारीख को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम से लोगों में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। इस दिवस पर लक्षित दंपति को अस्थाई साधनों व परिवार नियोजन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर उनको परिवार नियोजन के फायदे भी बताए गए।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर ऐसी महिलाएं जिनका प्रसव विगत एक वर्ष में हुआ है और वह उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली (एचआरपी) की श्रेणी में रही हैं, नव विवाहित दम्पति जिनका विवाह विगत एक वर्ष में हुआ हो ,योग्य दंपत्ति जिनके दो या उससे अधिक बच्चे हों, ऐसे लोगों को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के बारे में जागरूक किया गया।

डॉ. पीके शर्मा बताया कि नव दम्पति जब तक बच्चा न चाहें तब तक अस्थायी साधनों का प्रयोग कर सकते हैं।  पहला बच्चा होने के बाद तीन साल तक अस्थायी साधनों का विकल्प चुना जा सकता है। गर्भसमापन या गर्भपात के बाद भी एहतियात के तौर पर छह माह तक परिवार नियोजन का साधन अपनाया जा सकता है। परिवार नियोजन के स्थायी साधन यानि नसबंदी को पुरुष और महिलाएं दोनों अपना सकते हैं।

जीवनी मंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन अपनाना जरुरी हैं, और यह पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस दिवस पर काउंसलर द्वारा 20 लक्ष्य दंपति की काउंसलिंग की गई और परिवार नियोजित के साधन को दंपति के पसंद के अनुसार अपनाने  में सहयोग किया गया।

25 वर्षीय लाभार्थी गुंजा ने बताया मेरी दो बेटियां हैं मैंने आईयूसीडी लगवाई है। इसे लगवाने के बाद मुझे कोई परेशानी नहीं हुई है।