देवोत्थान एकादशी के अवसर पर,१६ वाँ, माँ तुलसी व प्रभु शालिग्राम जी का विवाह सम्पन्न।

 


हिन्दुस्तान वार्ता। आगरा

देवोत्थान एकादशी के अवसर पर १६वाँ,माँ तुलसी व प्रभु शालिग्राम जी का विवाह, बैन्ड बाजा और बरात के रूप में धूमधाम से किया गया।

सर्वप्रथम, श्री शालिग्राम जी वरयात्रा निकासी से पूर्व, शंखनाद के साथ, माँ तुलसी को गोद में लेकर बाबा के समक्ष सभी भक्त उपस्थित हुए। 

मंत्रोचार के साथ, विधिवत तरीक़े से पूजन कर श्री महंत योगेश पुरी जी के सानिध्य में वरयात्रा बाबा श्री मनःकामेश्वरनाथ जी की परिक्रमा मार्ग पर नाचते गाते हुए निकली।

बारात का जगह जगह पुष्प वर्षा व आरती कर लोगों ने स्वागत किया। एक बार तो मठ प्रशासक श्री हरिहर पुरी की राधे राधे की धुन को सुनकर, बैंड बाजे वाले भी अपनी पारम्परिक धुनों को भूलकर आनन्द लेते नज़र आए, व केवल मात्र श्री राधे नाम को बजाते नज़र आए। 

 इस अवसर पर मठ प्रशासक, श्री हरिहर पुरी जी ने उपस्थित जन समूह को फोन पर अभिवादन स्वरूप, हैलो की जगह पर राधे राधे सम्बोधन चलाने की बात की।

 सम्पूर्ण आयोजन की व्यवस्था महिला मातृ शक्तियों के द्वारा, इंग्लैंड आई मठ परिवार की संध्या दी, कुमकुम कल्याण दास गुप्ता, दीप्ति गर्ग, अनुभा, बबीता, निर्मल, भावना, लक्ष्मी कश्यप  व लक्ष्मी देवी आदि ने सँभाली।

 युवा टोली में नेहा, दीप्ति ( कुन्दन सोप ) वर्षा, कीर्ति, सपना आदि ने आनन्द लेते हुए, मार्ग व्यवस्था सँभाली।

 श्रीमहन्त जी के दिशानिर्देशन में श्री थानेश्वर तिवारी ने श्री तुलसी शालिग्राम  जी के विवाह को बड़ी धूमधाम से सम्पादित करवाया।

 आज बरात निकासी से पूर्व श्रीमती निर्मला दीक्षित (सदस्य, महिला आयोग,उ.प्र) ने पूजन अर्चन कर व वरयात्रा का आगमन स्वागत श्रीमती दीपिका प्रवीन गुप्ता जी ने किया।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।