भारत-अमेरिका 'रणनीतिक साझेदार' के रूप में मिलकर कर रहे काम।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।

भारतीय विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने पद संभालने के बाद अमेरिका की पहली यात्रा की। यात्रा के दौरान विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने US में सामरिक संबंधों पर फोकस होकर अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक की साथ ही विदेश विभाग के उप सचिव वेंडी शेरमेन और अमेरिकी रक्षा अवर सचिव कॉलिन काहल से मुलाकात की। मुलाकात में आर्थिक और सुरक्षा सहयोग समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी।

अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक की जानकारी अमेरिका में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर,दी। दूतावास ने ट्वीट में लिखा कि विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने अमेरिकी विदेश विभाग के उप सचिव वेंडी शेरमेन से मुलाकात की और मुलाकात में रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर जोर दिया गया।

बैठक के बाद एक बयान में विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि दोनों ने आर्थिक और सुरक्षा सहयोग समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। अमेरिका और भारत मिलकर 'रणनीतिक साझेदार' के रूप में काम कर रहे हैं।

पेंटागन के प्रवक्ता डेविड हेंडन ने रीडआउट में कहा भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा और अमेरिकी रक्षा अवर सचिव कॉलिन काहल ने भारत के रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने की खोज की है। उन्होंने 'द्विपक्षीय रक्षा औद्योगिक सहयोग और उभरते रक्षा क्षेत्रों में साझेदारी के माध्यम से भारत के स्वदेशी रक्षा उत्पादन में तेजी लाने पर चर्चा की। इसके साथ ही हिंद-प्रशांत के भविष्य को आकार देने के लिए अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी के महत्व की पुष्टि भी की। हेडन ने आगे कहा कि जिन विषयों पर उन्होंने चर्चा की उनमें नौसेना-से-नौसेना सहयोग को गहरा करना, विशेष रूप से पानी के नीचे के क्षेत्र में अमेरिका और भारतीय सेनाओं के बीच परिचालन समन्वय की सुविधा के लिए सूचना साझाकरण और रसद सहयोग का विस्तार करना' शामिल है।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)