उत्तम नियमित जीवनशैली के सूत्र:संकलन-इंजी.आर.के.सिन्हा।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।

अनियमित जीवन का पर्यायवाची-अर्थात बीमारी ! चाहे मशीन हो या शरीर,अनियमितता मतलब बीमार!

शरीर प्रकृति की एक अनमोल देन है,इसे प्राकृतिक नियमो के अनुरूप रखें, बीमारी कभी आपके करीब भी नहीं आ सकती।

प्रकृति के नियम-हमेशा सूर्य की उपस्थिति में खाएँ I मानव  निर्मित/ अनुरूप खान पान रखें I जानवर का या जानवर उत्पाद भोजन त्याज्य है I मोटा अनाज ही शरीर के अनुकूल है।

पूर्ण स्वस्थ का राज-

1. शुबह 12 बजे तक अपने वजन के दस गुना ग्राम में ऋतु फल खाएँ I 

2. फल के आधे वजन के बराबर सलाद खाना खाने से पहले खाएं, तब भोजन करें I 

3. रात्री को भी उतनी मात्रा में ही सलाद खाएँ, तत्त पाश्चात् खाना खाएँ I 

4. खाने के 40 मिनट बाद ही पानी पियें I 

5. Ro का पानी बंद करें, पानी उबाल कर छाने और घड़ा में रख कर पियें I 

6. ब्रेड, मोमो ,नूडल्स, बाजार का आटा बिलकुल बंद। 

7. मसाला या अत्यधिक फ्राई सीमित करें I 

8. श्वास जानकार/जागरूक हो कर लें, यानी श्वसन क्रिया में पेट हिले I 

9.नियमित शारीरिक परिश्रम करें।

10. 9 बजे रात्री पाश्चात् सोने जाएं I 

11. 4 बजे शुबह नियमित उठें I 

12. सुबह उठ कर हंथेलीयों को रगड़ने के बाद कलाई, उंगलियों को आपस में रगड़ने की क्रिया दोहराएं, दोनों कानो को खूब मलें। पैरों की उंगलियों को पैरों के तालु को रगड़ने की क्रिया दोहराएं। 

13. पिण्डलियों को दबाये I 

14. घुटने के चकरी को उंगलियों द्वारा घुमाएं I 

15. शुबह बिस्तर छोड़ने से पहले खूब जोर से अंगड़ाई लें I

16. नमक और चीनी, रिफाइन तेल, अल्यूमीनियम बर्तन, नान स्टिक, माइक्रो ओवेन घर से निकाल फेंके I 

17.मसाला आनुपातिक उपयोग करें I 

18. सेंधा नमक और गुड खाएं I 

19. भूख के तीन चौथाई भोजन करें I 

20. मधुर बोली और मधुर ब्यौहार रखें I दूसरों के विचार का स्वागत करें, परंतु नियंत्रित/ नियमानुकूल आचरण अपनाएं I 

बोलें कम, सुने ज्यादाI देखें ज्यादा, दिखाए कम I प्रतिक्रिया देने से पहले मंथन करें I

21. आभार प्रकट करें, हर उपकार- प्रकृति द्वारा या अन्य द्वारा के लिए, धन्यवाद दें I 

22.दूसरों को सम्मान दें I 

23. बड़ों का आदर करेंI 

24.धृष्टता ,जिद्द, बहस को तिलांजलि दे दें I 

25.आंखें बन्द कर शांत मुद्रा में, रीढ़ की हड्डी और गर्दन को सीधा कर, आत्म चिंतन/मनन कम से कम 30 मिनट करें, नियंत्रित श्वांस द्वारा ओम (अकार उकार और मकार)/भ्रामरी का लंबा उच्चारण 10-10 बार करें I 

 प्रत्येक नियमों का पालन ईमानदारी से करें और 120 साल के लिए स्वास्थ् रहें।

आपके स्वास्थ् जीवन की शुभकामनाएं।

आर.के.सिन्हा "पूर्व महा प्रबन्धक"

कोल इंडिया।

14,मेघ कुंज,सिकंदरा,आगरा।

मो.9557403959