सुख, शांति, समृद्धि, स्वास्थ्य, सात्विकता और सौभाग्य प्रदान करते हैं एकादशी-व्रत:पंडित विष्णु शर्मा।



- महालक्ष्मी मंदिर बल्केश्वर में सामूहिक एकादशी उद्यापन के समापन पर छह राज्यों के 151 परिवारों ने कथा, हवन-पूजन, आरती, दान-दक्षिणा और प्रसादी में की सहभागिता।

-हरि बोल सेवा समिति ने सामूहिक एकादशी उद्यापन में शामिल 151 जोड़ों एवं समाज सेवियों का किया सम्मान।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। हरि बोल सेवा समिति द्वारा बल्केश्वर-यमुना तट स्थित महालक्ष्मी मंदिर में आयोजित दो दिवसीय सप्तम भव्य सामूहिक एकादशी उद्यापन के समापन पर रविवार को छह राज्यों के 151 परिवारों ने सामूहिक रूप से हवन-पूजन और आरती में भक्ति- भाव के साथ सहभागिता की।

 एकादशी उद्यापन करने वाले सभी जोड़ों ने गौ माता का पूजन करके गौ दान किया। ठाकुर जी की शैया दान की। 56 ब्राह्मण देवताओं को दक्षिणा दी, उन्हें भोजन प्रसादी ग्रहण करवाई और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लिया।

 इस दौरान पंडित विष्णु शर्मा ने द्वादशी की कथा सुनाते हुए कहा कि एकादशी का व्रत रखने से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि, सात्विकता, स्वास्थ्य और सौभाग्य का उदय होता है।

 समिति द्वारा सभी 151 जोड़ों और समाजसेवियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। संस्थापक ममता सिंघल और कविता गर्ग ने संचालन किया। 

  मुख्य संरक्षक मुरारी प्रसाद अग्रवाल, संस्थापक ममता सिंघल, अध्यक्ष भोलानाथ अग्रवाल, संयोजक महेश जौहरी, विक्की गर्ग, राकेश अग्रवाल, विनय वर्मा, डौली अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल, संगीता गर्ग, आशा गोयल, मोहन अग्रवाल, नरेंद्र अग्रवाल, हरेश पंजवानी, रामगोपाल, हनी अग्रवाल और आशीष गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया।

   दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राकेश गर्ग, व्यापारी नेता-टी.एन. अग्रवाल,बबिता चौहान, सुरेश चंद गर्ग (तपन ग्रुप), रामरतन मित्तल, राम प्रकाश अग्रवाल ज्वैलर्स, बंगाली मल अग्रवाल, राजेश खुराना, बीएन अग्रवाल, शकुन बंसल, ब्रज किशोर अग्रवाल, पार्षद प्रदीप अग्रवाल, मुकेश नेचुरल,  आदर्श नंदन गुप्त, संतोष मित्तल, विनोद मामा और उमेश धर्म गणमान्य अतिथियों में शामिल रहे।

   गुंजन अग्रवाल, नीतू गर्ग, अल्पना गर्ग, मीना गर्ग, नीरू शर्मा, रितु गोयल, राजकुमारी, सीमा, मीडिया प्रभारी पूजा अग्रवाल, नूतन शर्मा, मोनल शर्मा, कंचन, रिशा, यशिका, रंजना, पारुल, मीनू, राधा, मंजू, संतोष, दीपिका, भावना, अंशू, संध्या, श्वेता, सपना, शिल्पी और चंचल ने व्यवस्था संभाली।