फिरोजाबाद मेडीकल कालेज, स्टूडेंट की खुदकुशी मामला: प्रिंसिपल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना।



हिन्दुस्तान वार्ता। फिरोजाबाद

फिरोजाबाद के मेडिकल कालेज में एम बी बी एस प्रथम बर्ष के छात्र की खुदकुशी के मामले में प्राचार्या समेत पांच जिम्मेदार लोगों पर एफआईआर दर्ज होने के बाद, छात्रों का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है।

सोमवार को फिर सभी छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।प्रिंसिपल की गिरफ्तारी की मांग की, साथ ही वे नारेबाजी कर रहे हैं कि यह कालेज नहीं जेल है,आवाज उठाने वाला फेल है।

आपको बता दें कि शनिवार को फिरोजाबाद के स्वशासी मेडिकल कालेज में एम बी बी एस की पढ़ाई कर रहे छात्र शेलेन्द्र, निवासी- कौशल्या नगर, थाना उत्तर का शव मेडीकल कालेज के ही कैम्पस के हॉस्टल में फांसी के फंदे पर लटका मिला था।दरबाजा अंदर से बंद होने की बजह से इसे खुदकुशी माना जा रहा है।

इस घटना से उत्तेजित अन्य स्टूडेंट्स ने जमकर हंगामा किया और हाइवे को जाम भी किया था।

 परिजनों और अन्य साथियों का आरोप था कि मेडिकल कालेज में छात्रों का उत्पीड़न होता है।ऐसा ही कुछ शेलेन्द्र के साथ हुआ, जिससे परेशान होकर छात्र ने खुदकुशी की है।

शेलेन्द्र का पेपर भी था,लेकिन परीक्षा देने की बजाय उसने खुदकुशी कर ली।

इस मामले की गूंज शासन तक भी पहुंच गयी है।छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए इस मामले में शनिवार की देर रात परिजनों की तहरीर पर मेडिकल कालेज की प्राचार्या डॉ संगीता अनेजा,परीक्षा नियंत्रक गौरव सिंह,वार्डन मुनीष खन्ना, डॉक्टर नौशार हुसैन,आयुष जैन के खिलाफ धारा 306 ( आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी/ एसटी के तहत मामला दर्ज हुआ था।

इधर आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से छात्रों में गुस्सा है।

सोमवार को भी उन्होंने कालेज कैम्पस में प्रदर्शन किया।

उनके हाथों में तख्तियां थी, जिन पर प्राचार्या की गिरफ्तारी की मांग लिखी थी।

छात्र यह भी नारे लगा रहे थे कि" यह कालेज नही जेल है,बोलने वाला फेल है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि कॉलेज प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है। सही बात करने वालों को फेल,निलंबित आदि करने की बेबजह धमकी देता है। इस बजह से ही, इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।