राधास्वामी मत के पांचवें गुरु,प्रो.अगम प्रसाद माथुर जी (दादाजी महाराज) ने छोड़ा चोला। छाई शोक की लहर।


                          पुज्य दादा जी महाराज

                             ''हुजूरी भवन"

हिन्दुस्तान वार्ता।धर्मेन्द्र कु.चौधरी

आगरा:राधास्वामी मत के पांचवें गुरु,पूर्व कुलपति प्रो.अगम प्रसाद माथुर जी (दादाजी महाराज) ने आज दोपहर में चोला छोड़ दिया।

 शहर एवं  देश-दुनिया मे फैले उनके अनुयायियों में शोक की लहर है।

उनकी अंतिम यात्रा 27 जनवरी को हजूरी भवन पीपल मंडी आगरा से ताजगंज मोक्ष धाम के लिए प्रस्थान करेगी।

 पुराने आगरा में स्थित हजूरी भवन, पीपल मंडी, आगरा में हर कोई राधास्वामी नाम का जाप कर रहा है।

 27 जुलाई, 1930 को जन्मे ईश्वर अगम प्रसाद माथुर जी

 की ख्याति धर्मगुरु, शिक्षाविद विचारक, इतिहासवेत्ता, ऑर्कियोलॉजिस्ट, लेखक, कवि, साहित्यकार के रूप में है। उन्होंने कई पुस्तकें लिखी हैं जिनके माध्यम से दुनिया भर के राधास्वामी मत के अनुयायी मार्गदर्शन प्राप्त कर रहे हैं।

राधास्वामी मत के अधिष्ठाता के रूप में दादाजी महाराज ने पूरे भारत का भ्रमण कर मत के सिद्धांतों से हर किसी को अवगत कराया। उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में अनेक सुधार किए। महिलाओं को हर कार में प्राथमिकता दी।

दादाजी महाराज ने सेंट जॉन्स कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की। वे आगरा कॉलेज के इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर रहे। मार्गदर्शन में दर्जनों लोगों ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है । आगरा विश्वविद्यालय के दो बार कुलपति रहे जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। दादाजी महाराज ने कुलपति के रूप में विश्वविद्यालय में अनेक सुधार किए। तमाम व्यावसायिक पाठ्यक्रम उन्हीं की देन है। हजूरी भवन का वर्तमान स्वरूप भी दादाजी महाराज की देन है। उनके द्वारा किए गए सुधार कार्य सदैव अविस्मरणीय रहेंगे।

हजूरी भवन से जारी सूचना।

॥राधास्वामी दयाल की दया राधास्वामी सहाय॥ 

अति महत्वपूर्ण सूचना : राधास्वामी सत्संग के आदि केंद्र हज़ूरी भवन पीपल मंडी आगरा के अधिष्ठाता परम पुरुष पूरन धनी दादाजी महाराज प्रोफेसर अगम प्रसाद माथुर ने आज दिनांक 25-1-2023 दिन बुधवार को चोला छोड़ दिया है। अंतिम यात्रा दिनांक 27-1-2023 दिन शुक्रवार को हज़ूरी भवन पीपल मंडी,आगरा से प्रातः १० बजे ताज गंज के लिए प्रस्थान करेगी।