'ऑपरेशन दोस्त' के तहत भारत कर रहा तुर्की और सीरिया को मदद।



हिन्दुस्तान वार्ता।

तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया था कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जाए। इसके अनुसरण में खोज और बचाव प्रयासों के साथ-साथ चिकित्सा सहायता के संदर्भ में आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए ऑपरेशन दोस्त शुरू किया गया था। ऑपरेशन दोस्त के तहत अब तक भारत 250 से अधिक कर्मियों, विशेष उपकरण और 135 टन से अधिक की अन्य राहत सामग्री को 5 सी-17 आईएएफ विमानों पर तुर्की भेजने में सक्षम रहा है। इनमें डॉग स्क्वायड, विशेष उपकरण, वाहन और आपूर्ति के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की तीन आत्मनिर्भर टीमें शामिल हैं, जिनमें 150 से अधिक विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी शामिल हैं। 

इसके अलावा भारतीय सेना के 30 बिस्तरों वाले आत्मनिर्भर फील्ड अस्पताल की स्थापना के लिए कर्मियों और उपकरणों को भेजा गया है। इसमें 99 विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की एक टीम शामिल है, जिनके पास आवश्यक दवाएं, उन्नत उपकरण, वाहन और एंबुलेंस हैं। अस्पताल पूरी तरह कार्यात्मक ऑपरेशन थियेटर और एक्स-रे, वेंटिलेटर जैसी सुविधाएं प्रदान करेगा। भारत इस विनाशकारी भूकंप से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। 

तुर्की में हमारी टीमों की तैनाती को हमारे दूतावास के माध्यम से स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वयित किया जा रहा है, जिसने अदाना में एक कैंप कार्यालय स्थापित किया है। एनडीआरएफ की टीमें गजियांटेप में बचाव कार्यों में सहायता प्रदान कर रही हैं, जबकि मेडिकल टीम इस्केंडरन में फील्ड अस्पताल स्थापित कर रही है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की एक टीम, जिनमें से दो तुर्की भाषी अधिकारी हैं, इनको बचाव और राहत कार्यों में शामिल टीमों की सहायता के लिए तुर्की में तैनात किया गया है।

जहां तक ​​सीरिया का संबंध है, दमिश्क को C130J IAF विमान के माध्यम से 6 टन से अधिक आपातकालीन राहत सहायता पहुंचाई गई है। इस खेप में आपातकालीन उपयोग के लिए दवाएं, हाइड्रेशन के लिए तरल पदार्थ, सुरक्षात्मक गियर, सामान्य उपयोग की दवाएं और चिकित्सा उपकरण जैसे ईसीजी मशीन, रोगी मॉनिटर आदि शामिल हैं।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)