अनेक जन्मों के पुण्यों का फल है भावगत कथा का श्रवणः कथा व्यास प्रेम प्रकाश जी।



एचआईजी फ्लैट्स, संजय प्लेस स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा का समापन।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। जन्म जन्मांतर के पुण्यों का जब उदय होता है तब भगवत कथाएं आयोजन करने का और श्रवण करने का अवसर प्राप्त होता है। जीवन से जब राग, द्वेष,अहंकारों की विदाई करना चाहें तो भगवत शरण में जाने का सबसे सुगम माध्यम प्रभु के भजन, परसेवा और कथा श्रवण ही साधन बनते हैं।

 श्रीमद् भागवत कथा के समापन पर यह उद्गार व्यक्त किए, कथा व्यास प्रेम प्रकाश महाराज ने। 

एचआईजी फ्लैट्स,संजय प्लेस स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का समापन प्रवचन, हवन एवं भंडारे के साथ हुआ। 

कॉलाेनी वासियों ने विशेष सहयोग के लिए वरिष्ट सदस्य दिनेश चंद्र अग्रवाल का सम्मान किया। महिला एवं पुरुषाें ने श्री भागवत जी को भावभीनी विदाई दी। 

इस अवसर पर पिंटू शिवहरे, चांदनी, शशांक, विनीता, संदीप, महेश, आरती, विनीत अग्रवाल, अमित गुप्ता, सुमेर सिंह, रंजीत सुमन, नानी जी, बीना, सरला, कंचन, हरी नारायण सहित समस्त कॉलोनी वासी उपस्थित रहे।