15 अगस्त से शुरू होगा,बीट पुलिसिंग का पायलट प्रोजेक्ट:डीसीपी-सिटी।



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के सदस्यों से संवाद करते हुए डीसीपी ने कहा कि बीट पुलिसिंग का पायलट  प्रोजेक्ट कोतवाली क्षेत्र में एसीपी डॉ. सुकन्या शर्मा के नेतृत्व में 15 अगस्त से शुरू किया जाएगा। 

यह प्रोजेक्ट पुलिस और आम जनता के बीच समन्वय बनाने में मददगार होगा। प्राप्त हुए अनुभव से पूरे आगरा में इसको लागू किया जाएगा। 

डीसीपी ने बताया कि अभी, सभी बीट अफसर के पास एप बेस्ड डिवाइस हैं, उनका उपयोग भी बीट पुलिसिंग में होगा। पर्यटन आगरा के लिए महत्वपूर्ण है, इस पर विस्तृत चर्चा कर और भी सुधारा जाएगा। जल्दी ही सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा और पर्यटन थाने में संवाद आहूत किया जाएगा।  

आज़ादी दिवस की पूर्व वेला पर डीसीपी और एसीपी ने मेरी माटी मेरा देश और हर घर तिरंगा प्रोग्राम मे आम नागरिक को पूरी उमंग से भाग लेने का आवाहन किया।    

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने बीट पुलिसिंग पर अपना दृष्टिकोण रखा और पत्र भी दिया और कहा कि पुलिस और पब्लिक के बीच आपसी समय,सहयोग और पारस्परिक सम्मान की भावना होनी चाहिये। 

बीट प्रणाली के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बीट इंचार्ज की भूमिका सुव्यवस्थित और पूरी तरह से स्पष्ट होनी चाहिये। साथ ही इसकी जानकारी क्षेत्र की जनता को भी होनी जरूरी है तभी नागरिक प्रभावी सहयोग करने की स्थिति में होंगे। 

सिविल सोसायटी ऑफ आगरा का मानना है कि जनता तथा विभिन्न स्तरीय संवाद को द्रुत और सटीक बनाये जाने के लिये वाट्स एप,ई मेल और ट्विटर आदि सोशल मीडिया माध्यमों का उपयोग किया जाना जरूरी है।

क्षेत्र की आधारभूत समस्याओं तथा जरूरतों को रेखांकित करने के लिए क्षेत्रीय पार्षद की भूमिका बीट प्रणाली में समाहित की जाये। 

एक बार शुरू हो जाने के बावजूद व्यवस्था तभी प्रभावी हो सकती है,जबकि उसे के संबंध में निरंतर बैठकें हो, जिनमें मिलने वाले फीडबैक की समीक्षा हो तथा वीट प्रणाली को अधिक सार्थक बनाये जाने के लिये नये कदम उठाये जायें।

मीटिंगों के बीट लेवल पर शुरू किये जाने के बाद,थाना लेवल पर भी मीटंगे हों। 

पुलिस के अभियानों, योजनाओं और उपलब्धियों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से प्रभावी और जनपहुंच वाला बनाया जाये।स्कूल कॉलेज युवाओं के अन्य कार्यक्रमों के अवसर पर पुलिस सिस्टम और उसकी उपलब्धियों की जन जानकारी युवाओं में व्यापक की जाये। एक स्वैच्छिक योगदान कर्ता के रूप में उनकी क्षमाताओं का उपयोग शुरू करने के बारे में भी विचारा जाना सामायिक जरूरत है। 

फिलहाल सिविल सोसायटी ऑफ आगरा  केवल इतना ही कहना चाहती है कि विभिन्न सोशल आर्गनाईजेशानों, जन मंचों तथा सामाजिक आयोजन के माध्यम से बीट प्रणाली अधिक प्रचारित की जा सकती है।जिससे अंतत पुलिस नागरिक संबंधों को सकारात्मक दिशा मिलना शुरू हो जायेगी।

बैठक,संवाद में अनिल शर्मा, ग्रुप कैप्टन डॉ. जय पाल सिंह चौहान, के एन अग्निहोत्री,असलम सलीमी,सुदेश कुमार आदि उपस्थित थे।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।