नेशनल चैम्बर:स्थापना अमृत महोत्सव:हृदय पर कार्यशाला का आयोजन।


चैम्बर के सदस्यों को मैक्स हॉस्पिटल में उपचार में 15 प्रतिशत की छूट।

 मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली के डॉ.विवेका कुमार ने दी जानकारी।

हृदय रोग के कारणों और उपायों की दी जानकारी।

मादक पदार्थ एवं किसी भी रूप में तम्बाकू का सेवन सबसे अधिक हानिकारक।

वैक्सीन भी हृदय रोग के लिए एक कारण है।

वाइट शुगर (चीनी) से बचें,नियमित करें व्यायाम।

40 मिनट तक की वाकिंग या साइकिलिंग करें ।

हाई सोडियम साल्ट से बचें।समय से जांच करायें।

फलों का सेवन फायदेमंद।

हिन्दुस्तानवार्ता। ब्यूरो 

आगरा:नेशनल चैम्बर के 75वें वर्ष में मनाये जा रहे स्थापना अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज दिनांक 5 अगस्त, चैम्बर भवन में चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में ह्रदय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

इस कार्यशाला का संचालन मुख्य समन्वयक मीडिया एवं सेवा प्रकल्प प्रकोष्ठ के चेयरमैन सन्देश जैन द्वारा किया गया। कार्यशाला में मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डा.विवेका कुमार ने हृदय सम्बन्धी रोग के लक्षणों व उपायों की जानकारी दी।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि आज कल फास्ट फूड, जंक फूड का बहुत बड़ा क्रेज है। नई पीढ़ी द्वारा इसका बहुत अधिक सेवन किया जाता है। इससे हृदय रोग एक सामान्य समस्या बनती जा रही है। उन्होंने डॉ.विवेका कुमार को सम्बोधित करते हुए कहा कि डा.साहब हृदय रोग के क्या लक्षण हैं और समय रहते उसका उपाय क्या है,आदि जानकारी देकर हमें स्वस्थ रहना सिखाएंगे ।

इस अवसर पर आगरा विकास मंच एवं कार्यक्रम के मुख्य संयोजक सन्देश जैन ने बताया कि आगरा विकास मंच की ओर से 2000 गरीबों की हृदय की सर्जरी कराई गई है। जिनमें से सबसे अधिक श्रेय डा.विवेका कुमार जी को जाता है। डा.विवेका कुमार विश्वनाथ की नगरी काशी के रहने वाले देवतुल्य व्यक्तित्व के धनी हैं। इन्होंने अभी तक 50 हजार से अधिक एंजियोग्राफी की है। व्यावहारिकता के ये एक विश्वविद्यालय हैं। ऐसी सख्शियत का आगरा में आना एक बहुत बड़ी उपलिब्ध है।

हृदय रोग विषेशज्ञ डा.विवेका कुमार ने बताया कि जब कोई  देश प्रगति कर रहा होता है तो उस देश में हृदय रोग अधिक होते हैं। अब हमारे देश में हृदय रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इससे सिद्ध होता है कि हमारा देश  प्रगति पर है।

हृदय रोग अधिकांशत 70 वर्ष के बाद शुरू होता है। किन्तु धूम्रपान या तम्बाकू किसी भी रुप में इस्तेमाल करने से इसकी रिस्क बढ़ जाती है। तनाव - जिसमें वित्तीय तनाव सबसे अधिक प्रभावी है। नौ घंटे से अधिक सोना या छह घंटे से कम सोना भी हृदय रोग के लिए हानिकारक होता है। वाइट शुगर  (चीनी) या रिफाइंड/प्रसंसकृत खाद्य वस्तुएं हृदय रोग को बढ़ावा देती हैं। 2 ग्राम तक नमक उचित रहता है। 2 ग्राम से अधिक या हाई सोडियम नमक का उपयोग न किया जाये। मादक पदार्थों का सेवन, प्रदूषण युक्त वातावरण ये सभी हृदय रोग के लिए हानिकारक है। अब स्वास्थ्य सेक्टर में काफी विकास हुआ है। पहले व्यक्ति की औसत आय 46वर्ष थी आज 72 वर्ष  है। किन्तु उम्र बढ़ने पर बीमारियां स्वतः ही बढती है। वाल्व सिकुड जाते हैं। 

अभी से पूर्व अधिक उम्र में सर्जरी कराने में परेशानी आती थी। किन्तु अब नई तकनीकी में बड़ी उम्र में भी सर्जरी आसानी से हो जाते हैं। आज कोई बीमारी लाइलाज नहीं है। नियमित व्यायाम करने से रिस्क कम हो जाती है। वैक्सीन लगने से रिस्क बढ रही है। अकेलापन (डिप्रेशन) से बचें। समय से इलाज कराया जाये तो हृदय रोग का खतरा कम होता है।

प्रश्नोत्तर सत्र में सभी व्यक्तियों के द्वारा पूछे गये सभी  प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर देते हुए बताया कि चलते समय सीने पर दबाव होता है या पैरों में सूजन या सांस फूल रही होती है तो यह हृदय रोग के लक्षण हैं।

चैम्बर की मांग पर डा.ने चैम्बर के सदस्यों को मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली में उपचार में 15 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की। जिसका सभी सदस्यों करतल ध्वनि से स्वागत किया। 

बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल,उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष योगेश जिन्दल, पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, अमर कुमार गुप्ता, भूवेष कुमार अग्रवाल, सदस्यों में शिशिर गुप्ता, प्रदीप गर्ग, श्रीकान्त अग्रवाल, अजय मित्तल, कुनाल गुप्ता, सुशील कुमार अग्रवाल, संजय अग्रवाल, गोपाल खंडेलवाल, नितेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, राजेन्द्र गर्ग, विजय कुमार गुप्ता, नीरज अग्रवाल, रोहित सिंघल, पवन पैंगोरिया, एस एस तोमर, राकेश सिंघल, बिलाल रिजवान, जयकिशन गुप्ता, अखिल मोहन मित्तल, अशोक गोयल, राम रतन मित्तल,अशोक अग्रवाल, संजय अग्रवाल, अम्बा प्रसाद गर्ग मुख्य रूप से उपस्थित थे।