सावधान होकर जीवन जियो,एक पल का भरोसा नहीं: पूज्य राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू।



चैतन्य विहार मैदान में भगवान कृष्ण के जन्म की कथा संग नंदोत्सव की झांकी ने किया भावविभोर।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

वृंदावन। विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा केशव धाम के निकट चैतन्य विहार मैदान में आयोजित आठ दिवसीय दिव्य धार्मिक आयोजन के चौथे दिन सोमवार शाम पूज्य राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू के मुखारविंद से भगवान कृष्ण के जन्म की कथा के विविध मार्मिक प्रसंगों का सारगर्भित विवेचन सुनकर 20 राज्यों से आए सैकड़ों श्रद्धालु भावविभोर हो गए। 

 इस दौरान नंदोत्सव की सुंदर झांकी और कानों में रस घोलते बधाई गीतों ने ऐसा समां बांधा कि हर ओर उल्लास छा गया। भक्त सुध बुध भूल कर नाचने लगे। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

 कथा क्रम में परम पूज्य राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने कहा कि भक्तों के विशेष प्रेम के कारण भगवान अवतरित होते हैं। जिस प्रकार दूध में दही छिपा रहता है, सिर्फ उसको प्रकट करना होता है। उसी तरह भगवान पूरे संसार में व्याप्त हैं। भक्तों द्वारा प्रेम से उनको प्रकट किया जाता है।

विभिन्न प्रसंगों में पूज्य बापू ने समझाया कि बहुत सावधान होकर जीवन जियो, एक पल का भरोसा नहीं। मृत्यु संसार का परम सत्य है। जन्मदिन पर पार्टी या मौज मत मनाओ। प्रभु की भक्ति करो।

 उन्होंने समझाया कि संसार से आसक्ति हटाकर प्रभु के चरणों में प्रीति जोड़ लो। संसार की वासनाओं और कामनाओं से मुक्ति का यही सरल उपाय है। इस दौरान जीवन है तेरे हवाले, मुरलिया वाले भजन पर सब झूम उठे। 

  इससे पूर्व पूज्य बापू ने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि ध्रुव जी ने मात्र छह वर्ष की आयु में भगवान को पा लिया। यह कथा हमें सिखाती है कि ईश्वर को पाने के लिए उम्र का नहीं, ईश्वर के प्रति अनन्य प्रेम और अटूट भाव का महत्व है।

 उन्होंने समझाया कि ध्रुव जी की तरह ही जरूरी है कि हम भी अपने बच्चों को प्रभु से प्रेम करना सिखाएं। बच्चों को 'धन' नहीं, 'धर्म' प्रदान करें। उन्हें अपनी सनातनी परंपरा, अपने हिंदू धर्म, अपने प्रभु, अपने संतों, सत्संगों और कथाओं के प्रति जागृत और संस्कारित करना चाहिए।

वेद मंदिर अयोध्या के श्री महंत रामनरेश दास जी महाराज, विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी और आगरा के प्रमुख समाजसेवी पार्षद मुरारी लाल गोयल पेंट वाले, मुख्य यजमान श्रीमती जागृति द्विवेदी, सुधांशु द्विवेदी, श्रेतिमा द्विवेदी, ट्रस्टी मयंक वैद्य, अनुराग यादव, राजवीर सिंह, श्रीमती गीता शर्मा ने प्रमुख रूप से आरती उतारी।

  मीडिया समन्वयक कुमार ललित के अनुसार कथा के पांचवें दिन मंगलवार को शाम चार बजे से भगवान श्री कृष्ण की सुंदर बाल लीलाओं की कथा का रसपान कराया जाएगा। गोवर्धन लीला और छप्पन भोग की झांकी भी सजाई जाएगी। आजादी के अमृत महोत्सव का रंग भी झलकेगा।