आजमगढ़: छात्रा की आत्महत्या केस के सम्बंध में टीम पापा के प्रमुख मनोज शर्मा का शासन से अनुरोध। उन्हीं की जुबानी।

 


हिन्दुस्तान वार्ता। आगरा

आज़मगढ़ के एक विद्यालय में पढ़ने वाली बच्ची के बैग से फ़ोन निकला। अध्यापक ने क्या कहाँ कैसे डाँट लगाई क्या कहा, यह जाँच का विषय हो सकता है, बालिका ने विद्यालय की छत से कूद आत्म हत्या कर ली. पैरेंट्स ने विद्यालय प्रशासन के ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया, पुलिस ने केस दर्ज किया, प्रिंसिपल और टीचर हिरासत में हैं।

इस विषय पर काफ़ी बहस हो सकती है कौन सही कौन ग़लत. लेकिन अंततः एक बच्ची की जान गई, FIR होगी, गिरफ़्तारी होगी. फिर जमानत होगी, केस चलेगा. अदालत में यदि मैनेजमेंट निर्दोष होगा तो बाइज्जत बरी हो जाएगा अन्यथा सजा मिलेगी. कहीं भी किसी भी जगह यदि मृत्यु हुई है, पीड़ित के परिवारी जन आरोप लगाते हैं तो कम से कम इतनी कार्यवाही अपेक्षित है।

लेकिन खेल अब इसके बाद का है। आज़मगढ़ से सैंकड़ो किमी दूर लखनऊ,आगरा सब जगह के सीबीएसई प्राइवेट विद्यालय बंद हैं. डिमांड है कि इस तरह से केस लिख कर गिरफ़्तारी न हो।

 अलग संविधान बनाया जाये कि प्राइवेट विद्यालयों में कोई हत्या / मृत्यु / रेप / अपराध होता  है तो पुलिस पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज न करे. अन्यथा हम स्कूल बंद कर बच्चों को नहीं पढ़ायेंगे।

इस मामले में विद्यालयों का पक्ष पूर्ण रूप से ग़लत है. विरोध दर्ज करना है काली पट्टी बांध लीजिए. विद्यालय चलते हैं बच्चों से और पैरेंट की फ़ीस से.और उन्हीं बच्चों की हत्या / मृत्यु हो जाने पर ये विद्यालय चाहते हैं कि कोई कार्यवाही न हो नहीं तो हम इन्हीं बच्चों का अपनी पॉलिटिक्स में प्रयोग करेंगे।

एक पैरेंट और जागरूक नागरिक होने के नाते मैं यह विषय सोसल मीडिया पर रख रहा हूँ. आप सबके विचार अपेक्षित हैं। मैं मुख्यमंत्री योगी जी से अपेक्षा करता हूँ कि वे ध्यान दें, कि विद्यार्थियों का इस तरह ज़बरदस्ती अपने फ़ायदे के लिए प्रयोग में लाये जाने की प्रवृत्ति बंद हो।

और जो टीचर / मैनेजमेंट इस भोंडे विरोध में शामिल हैं, वह भी रहते इसी समाज में हैं. कल को ईश्वर न करे उनके परिजनों के साथ कोई अनहोनी हो और पुलिस कार्यवाही न करे तो क्या वह इसे स्वीकार कर पायेंगे.....🙏

ऐसे समस्त निजी विद्यालयों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए जो विद्यालय बन्द करके खिलवाड़ कर रहे हैं बच्चों के भविष्य से।

 साभार.।

मनोज शर्मा

संस्थापक/संरक्षक

प्रोग्रेशिव एसोसिएशन ऑफ पेरेंट्स - 

टीम पापा।