नेशनल चैम्बर ने किया,स्टार्टअप "लोगो" का अनावरण,नई सोच-नया भारत।



स्टार्टअप का सीड फंडिंग ही पर्याप्त नहीं, पूरी हो प्लानिंग।  

स्टार्टअप के लिए आगरा बहुत ही उपयुक्त। 

चैम्बर चलाएगा जागरूकता कार्यक्रम।

हमारा उद्देश्य - रुके प्रतिभा पलायन, आगरा न बने बुजुर्गों का शहर।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: 6 सितम्बर,चैम्बर भवन में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत 10 सितम्बर 2023 को  आयोजित होने वाले स्टार्टअप इंडिया कॉन्क्लेव - 2023 का 'लोगो" का अनावरण किया गया।  

इस अवसर पर चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि आज देश में औद्योगिक माहौल बना हुआ है। हमारे प्रधानमंत्री और देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, नए उद्योग खोलने पर जोर दे रहे हैं। स्टार्टअप लगाना आसान है, किन्तु इसके लिए जानकारी बहुत जरुरी है। इसीलिए  न्यू स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए चैम्बर द्वारा यह पहल की गई है। इस कॉन्क्लेव में काफी संख्या में युवा उद्यमियों के भाग लेने की संभावना है। जो भारत के जाने माने विशेषज्ञों से स्टार्टअप की जानकारी प्राप्त करेंगे। इस सम्मेलन में स्टेट बैंक, एमएसएमई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा कुछ प्रख्यात पैनेलिस्ट भी भाग लेंगे। 

 सम्मलेन में स्टार्टअप लगाने के लिए ऋण सम्बंधी विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की जायेगी और युवा उद्यमियों को आ रही समस्याओं का निस्तारण भी किया जायेगा। हम चाहते हैं युवा पीढ़ी रोजगार पाने वाले के स्थान पर रोजगार देने वाले बने। यह कार्यक्रम आगरा के आद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। युवा उद्यमी इस कार्यक्रम का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।  

पूर्व अध्यक्ष एवं जनसम्पर्क समन्वय प्रकोष्ठ के चेयरमैन एवं स्टार्टअप इंडिया कॉन्क्लेव 2023 के मुख्य कार्यक्रम संयोजक मनीष अग्रवाल ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि आगरा स्टार्टअप लगाने के लिए बहुत ही उपयुक्त है। यहाँ जमीन सस्ती है,श्रम सस्ता है,मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं किन्तु जागरूकता नहीं होने से स्टार्टअप नहीं खुल पा रहे हैं। आगरा एसटीपीआई खुल गया है, वहां समस्त सुविधाएं हैं किन्तु जागरूकता के आभाव में उसमे स्टार्टअप नहीं खुल पा रहे हैं। चैम्बर द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाये जायेंगे। स्टार्टअप इंडिया कॉन्क्लेव 2023 आगरा में प्रतिभा पलायन को रोकने के लिए चैम्बर द्वारा यह एक बहुत बड़ी पहल है। इसमें संयुक्त आयुक्त उद्योग,आगरा, अनुज कुमार, एमएसएमई विकास एवं सुविधा कार्यालय, आगरा, उप निदेशक  बृजेश कुमार यादव, कार्स24 गुरुग्राम के सह संस्थापक रुचित अग्रवाल, आशीष कुमार-सह संस्थापक फंडामेंटम गुड़गांव से स्टार्टअप चालू करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं अपने अनुभवों को साझा करेंगे तथा युवा उद्यमियों की समस्याएं भी निस्तारित की जाएँगी।जिज्ञासाओं का भी समाधान किया जायेगा। हमारा उद्देश्य है कि आगरा से प्रतिभा पलायन रुके,यह बुजुर्गों का शहर न बने।  

सचिन सारस्वत ने अवगत कराया कि स्टार्टअप के जिस"लोगो"का आज अनावरण किया गया है वह युवा डिजाइनर्स द्वारा विशेष सन्देश के साथ तैयार किया गया है। जिसमें विशेष रूप से लाल, काला और नीले रंग का प्रयोग किया गया है। लाल रंग से ऊर्जा का,  काला रंग गहराई का नीला,आसमानी रंग ऊंचाई का प्रतीक है। साथ ही एक दौड़ते हुए घोड़े के रूप में स्टार्टअप की रफ़्तार को दर्शाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि इस स्टार्टअप कॉन्क्लेव में भारी संख्या में एमबीए के छात्र/छात्राओं और सीए भाग लेंगे। जो नई सोच के साथ नये भारत के निर्माण करने के लिए अग्रसर हैं। 

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि इस कांक्लेव से आगरा एवं आस-पास के क्षेत्र में युवाओं का उत्साह वर्धन होगा और नये उद्योगों की स्थापना होगी।

  प्रेस वार्ता में चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल, जनसम्पर्क समन्वय प्रकोष्ठ के चेयरमैन एवं कार्यक्रम के मुख्य संयोजक पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष सीता राम अग्रवाल,प्रोग्राम कमेटी के समन्यवक सचिन सारस्वत,आईटी कोआर्डिनेशन कमेटी के समन्वयक मयंक मित्तल,एमएसएमई यूनिट्स विकास प्रकोष्ठ के चेयरमैन संजय गोयल, गोपाल खंडेलवाल,अशोक गोयल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।