मेरी प्यारी तुलसा जी बनी हैं दुल्हनियां,श्रीमनःकामेश्वर महिला मंडल ने किया 18 वां तुलसी- शालिग्राम विवाह

 


− देवउठनी एकादशी पर श्री मनःकामेश्वर मंदिर में भांवरे पड़ीं तुलसी−शालिग्रामजी की।

− ठाकुरजी की वरयात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब,कन्यादान लेने की लगी रही होड़। 

 हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। घूंघट में सकुचाती वृंदारानी और सेहरे में बांके की छवि बांकी। दिव्य विवाह की वेदी पर दिव्य जोड़ी की दिव्यता देख हर कोई हो रहा था निहाल। 

गुरुवार को देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर श्री मनः कामेश्वर महिला मंडल द्वारा 18 वां तुलसी शालिग्राम विवाह समारोह श्रीनाथ जी मंदिर प्रांगण, श्री मनः कामेश्वर मंदिर, रावतपाड़ा में आयोजित किया गया। 

महंत श्री योगेश पुरी एवं मठ प्रशासक हरिहर पुरी के सानिध्य में  शालिग्राम जी की वरयात्रा श्रीमनः कामेश्वर मंदिर परिक्रमा मार्ग से निकाली गयी। रावतपाड़ा, जौहरी बाजार, सुभाष बाजार होते हुए बारात दरेसी से श्रीमनः कामेश्वर मंदिर पहुंची। 

वरयात्रा में सैंकड़ाें महिलाएं लाल परिधान धारण कर तुलसी मैया की पौध हाथाें में लेकर शामिल रहीं। 

बग्गी में तुलसी शालिग्राम को विराजित कर महंतश्री योगेशपुरी और यजमान नीलिमा,राहुल गुप्ता चल रहे थे। वरयात्रा के मंदिर पहुंचने पर तुलसी - सालिगराम विवाह समारोह विधि विधान से पूर्ण हुआ। आंचल में सिमटी तुलसा रानी की छवि देख महिलाएं बलइयां ले रही थीं। कन्यादान के लिए जैसे होड़ लगी रही। राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, समाज सेवी बंटी ग्रोवर, डॉ रुचि चतुर्वेदी उपस्थित रहे। मंगल गीतों के साथ दीप्ति गर्ग, कुमकुम गुप्ता, अन्ना, शिमला, अनुभा, राजकुमारी, नीता, रानी शर्मा, सुषमा, मंजू, दीपिका शर्मा आदि ने आयोजन का आनंद लिया।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।