साहित्य और संस्कृति के महाकुंभ में हर कला को मिल रहा मंच


− एसीपी डॉ.सुकन्या शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय पुस्तक मेला कर रहा जीवन में जीवंतता लाने का काम 

− जीआइसी मैदान में चल रहा है अक्षरा साहित्य आकादमी राष्ट्रीय पुस्तक मेला एवं साहित्य उत्सव।  

− सुबह 10 से रात 10 बजे तक उमड़ रही पुस्तक प्रेमियों की भीड़, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक पहुंच रहे।

− पुस्तक मेला में सेंट एंड्रूज,प्रिल्यूड और बलूनी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने दीं रंगारंग प्रस्तुति।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। सही मायने में साहित्य उत्सव क्या होता है यदि ये जानना हो तो एक बार जीआइसी मैदान में लगे अक्षरा  साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय पुस्तक मेला एवं साहित्य उत्सव में आकर देखें। 

एक ओर विभिन्न बुक स्टॉल्स पर देश− विदेश के नामचीन लेखकों की विविध विधाओं की पुस्तकें हैं तो दूसरी ओर साहित्यिक मंच पर अलग− अलग सत्रों में एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां संस्कृति को दिशा देने का काम कर रही हैं। 

मंगलवार को राष्ट्रीय पुस्तक मेला एवं साहित्य उत्सव में बाल सत्र का आरंभ विभिन्न स्कूलों के बच्चों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियों से हुआ। मुख्य अतिथि डॉ.गिरधर शर्मा (चैयरमेन सेंट एंड्रूज ग्रुप आफ एजूकेशन इंस्टीट्यूट) एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. सुकन्या शर्मा(एसीपी कोतवाली) थीं।

इस अवसर पर्वडॉ. गिरधर शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय पुस्तक मेला में कला की हर विधा को स्थान मिल रहा है। एसीपी डॉ. सुकन्या शर्मा ने पुस्तक मेला को जीवन में जीवंतता लाने वाला बताया।  

मां शारदे की वंदना एवं देशभक्ति गीत पर प्रस्तुति के साथ बलूनी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने बाल सत्र का आरंभ किया।  प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के बच्चों ने पूजा गुप्ता के निर्देशन में दशावतार की मनमोहक प्रस्तुति दी। इसके बाद सेंट एंड्रूज स्कूल के विभिन्न यूनिट के बच्चों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सीएफ सेंट एंड्रूज स्कूल के बच्चों ने प्रदीप कुमार और शिखा खंडेलवाल के निर्देशन में श्रीकृष्ण लीला नृत्य नाटिका का मंचन किया। बच्चों की भाव भंगिमाओं और नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकदीर्घा को रोमांचित कर दिया। पर्यावरण बचाना होगा सामूहिक गान से स्वच्छता का संदेश दिया गया। सेंट सीएफ एंड्रूज स्कूल के बच्चों ने अंजली पांडे के मार्गदर्शन में रामायण नृत्य नाटिका का मंचन किया। नाटिका में सीता का त्याग,लव कुश जन्म और सीता जी के धरती में समाने के वृतांत को बच्चों ने सशक्त अभिनय से प्रस्तुत किया। स्कूल के मंथन पाठक,राज दिवाकर और आर्यन ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया। वीर अभिमन्यु,बेटी बचाओ− बेटी पढ़ाओ और क्रिकेट विश्व कप 2023 की थीम पर भी शानदार प्रस्तुतियां हुईं। प्रथम सत्र में धन्यवाद ज्ञापन समिति की कोषाध्यक्ष श्रुति सिन्हा ने दिया। अध्यक्ष डॉ.विनोद माहेश्वरी,सचिव दीपक सिंह सरीन, आरके कपूर,श्वेता अग्निहोत्री आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। 

सहज योग से दिया जीवन को सहज बनाने का संदेश।

राष्ट्रीय पुस्तक मेला के द्वितीय सत्र में सहज पर कार्यशाला रखी गई। मुख्य अतिथि स्प्रिच्युल फाउंडेशन के डॉ. आईएस बंसल ने सहज योग के बारे में जानकारी दी। सहज योग की संस्थापिका निर्मला देवी द्वारा बताए गए तनाव मुक्त जीवन एवं चेतना प्राप्ति के विभिन्न सूत्र उन्होंने बताए। विशिष्ट अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णा टंडन ने की। सहज योग से डॉ. जीवन सैनी, विवेक थिरानिया, अंजली चौधरी, भारती सिंघल, गौतम गुप्ता, सचिन मोतला, सक्षम सिंह, तनिष्का, साक्षी सिंह आदि उपस्थित रहे। तीसरे सत्र में डीईआई के संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष प्राे लवली शर्मा और उनके छात्रों ने सुगम संगीत की प्रस्तुति दी। अनिल जैन ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सामाजिक कुरुतियों पर प्रहार किया।  

ओलम्पियाड बिक रही हाथाें हाथ।

पुस्तक मेला में साहित्य प्रेमियों का हुजूम तो उमड़ ही रहा है साथ ही मेला में प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्र भी बड़ी संख्या पहुंच रहे हैं। यूपीएसई, आईएएस आदि परीक्षाओं के लिए ओलम्पिडया, इतिहास, सामान्य ज्ञान आदि की पुस्तकें खरीदीं जा रही हैं। एक हजार से अधिक पुस्तक ओलम्पियाड और वैदिक मैथ्स की अब तक बिक चुकी हैं। वहीं धार्मिक पुस्तकों की मांग भी कम नहीं है। हिंदी, इंग्लिश और संस्कृत भाषाओं में एक साथ अनुवादित श्रीमद् भगवत गीता की 200 से अधिक कॉपियां बिक चुकी हैं तो श्रीमद्भगवत गीता यथार्थ रूप आउट आफ स्टॉक हो गई है। सर्वाधिक बिक्री माचिस गीता की हुई है। मांगा कलैक्शन की कॉमिक्स भी युवा काफी संख्या में लेने पहुंच रहे हैं। इन सभी से इतर किलो में बिक रहीं डायरी खरीदने के लिए लोग बड़े बैग लेकर पहुंच रहे हैं। 

बुधवार को ये रहेगा विशेष।

पुस्तक मेला के पंचम दिन पांच विशेष सत्र होंगे। कोषाध्यक्ष श्रुति सिन्हा ने बताया कि मंगलवार को बाल सत्र में आरइआई और एक पहल पाठशाला के बच्चों की प्रस्तुति होगी। द्वितीय सत्र में महिला शांति सेना द्वारा लैंगिक समानता और घरेलू हिंसा पर विमर्श, आथर्स गिल्ड आफ इंडिया द्वारा डिजिटल मीडिया के दौर में पुस्तकों की उपयोगिता पर परिचर्चा और प्रीति आनंद के कहानी संग्रह आशाओं के वातायन का विमोचन होगा। तृतीय सत्र में कवियत्रि सम्मेलन होगा।

रिपोर्ट- असलम सलीमी।