राम की गाथा और गीता का उपदेश,नौनिहालों ने दिया सनातन संस्कृति का संदेश



− किड्सजी सिकंदरा और माउंट लिट्रा जी स्कूल के वार्षिकोत्सव में बिखरी सनातन विज्ञान की छटा 

− द बुक थीम पर हुए वार्षिकोत्सव में हर प्रस्तुति रही विविधता से परिपूर्ण, बच्चाें की कला ने मोहा मन 

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। सनातन संस्कृति का बीज यदि बाल्यावस्था से रोपा जाए तो समाज की एक पूरी पीढ़ी संस्कारवान हो सकती है। इसी विचार के साथ बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ सनातन विज्ञान का ज्ञान देते हुए किड्सजी सिकंदरा ने 18 वां और  माउंट लिट्रा जी स्कूल ने प्रथम वार्षिकोत्सव का आयोजन किया। 

रविवार को पश्चिमपुरी स्थित अमल गार्डन में आयोजित वार्षिकोत्सव का आरंभ मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल और राज्यमंत्री बेबी रानी मौर्या ने दीप प्रज्जवलित कर किया। विशिष्ट अतिथि विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, राज्य महिला आयोग सदस्य निर्मला दीक्षित, मधु बघेल, प्रीति उपाध्याय, वीरा सक्सेना, पंकज खंडेलवाल, डॉ.सलोनी बघेल ने बच्चों के उत्साहवर्धन में आशीर्वचन कहे। 

गणेश वंदना के साथ बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आरंभ किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए निदेशक सुरभि दुआ और प्रधानाचार्य राखी शर्मा ने बताया कि जीवन बच्चों की किताब की तरह विविध विषयों और अनुभवों से भरा होता है। जीवन को सफलतापूर्वक तभी जीया जा सकता है जब संस्कारों पर चलते हुए मार्ग तय किया जाए। कार्यक्रम की “द बुक” थीम इसी विचार का प्रतिनिधित्व करती है। एक बुक की भांति 13 अध्यायों की विभिन्न प्रस्तुतियों ने नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण, सनातन संस्कार, मानवता आदि का संदेश दिया। 

 प्ले ग्रुप बी के बच्चों ने गोलमाल प्ले, नर्सरी बी के बच्चों ने चाइल्डहुड ब्यूटीफुल नाटिका,ओल्ड इज गोल्ड जूनियर केजी के बच्चों ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी उस वक्त अचंभित रह गए जब 02 से 07 वर्ष तक के बच्चों ने ब्लांइड फोल्ड एक्टिविटी में आंखों पर पट्टी बांधकर तूलिका से रंग बिखेरे। समर्थ द्वारा हास्य कविता की प्रस्तुति ने सभी को गुदगुदाया। इसके बाद एक से एक बढ़कर नृत्य नाटिका की प्रस्तुतियां हुईं। जिसमें स्कूल टाइम, जमे रहो, लविंग योर पैरेंट्स आदि ने मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण जय श्रीराम और श्रीमद् भगवत गीता नृत्य नाटिका थीं। अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर के लोकार्पण की परिकल्पना के दृश्य हों चाहें कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए गीता के ज्ञान का दृश्य,बच्चों के भावनृत्य ने सभी को अपलक निहारने को मजबूर कर दिया। नेवर हर्ट नेचर प्रस्तुति के माध्यम से बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। बच्चों और माता पिता के रैंप वॉक ने कार्यक्रम में गर्मजोशी ला दी। 

कार्यक्रम का समापन स्टूडेंट आफ द ईयर, बेस्ट एटेंडेंस, आल राउंडर, एकेडमिक परफोर्मेंस,आर्टिस्टिक अचीवर,एक्टिव पार्टिसिपेंट,टीचर आफ द ईयर के पुरस्कार दिए गए। 

इस अवसर पर किड्सजी सिकंदरा और माउंट लिट्रा जी स्कूल के निदेशक सुभाष चंद दुआ,मनमोहन चावला,रविकांत चावला, सुरभि दुआ, मयंक दुआ, अनुराधा चावला, संतोष दुआ, रोहित कत्याल, रचित कपूर,मुक्ता कत्याल, मोहित कत्याल, प्रिया कपूर, रश्मि, प्राची, भाविका, उपायना, देवांश,कुशाग्र, देवीना आदि उपस्थित रहे।